सिद्धार्थनगर | शादी के सात फेरों में बंधी थी ज़िंदगी की उम्मीदें, लेकिन उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर की माया की दुनिया ससुराल की देहरी पर ही घुटती चली गई। शनिवार सुबह बूढ़ी राप्ती नदी में उतराते तीन शव — एक मां और उसके दो मासूम बच्चों के, ने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। किसी ने सोचा भी नहीं था कि शुक्रवार शाम घर से निकली माया, अपनी छह साल की बेटी मोनिका और दो साल के बेटे शिवांश को लेकर कभी लौटेगी ही नहीं।
घटना कठेला समय माता थाना क्षेत्र के औरहवा ग्राम पंचायत के बड़ुइया टोले की है। मृतका की कमर से उसके दोनों बच्चों के शव बंधे मिले। बताया गया है कि शुक्रवार शाम माया की अपनी सास फूलमती से किसी बात पर कहासुनी हो गई थी। इसके बाद वह बच्चों को लेकर घर से निकल गई। परिवार के किसी सदस्य ने उसे रोकने या बाद में खोजने की कोशिश तक नहीं की।
शनिवार सुबह जब गांव वालों ने नदी में तीन शव देखे, तो पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को बाहर निकलवाया। माया के भाई अशोक कुमार चौहान ने पुलिस में तहरीर देकर अपनी बहन के ससुराल पक्ष — पति सचिन, सास फूलमती और ससुर हृदयराम — पर दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इस मामले में जांच भी शुरू कर दी गई थी।
पुलिस ने बताया कि फिलहाल तीनों शवों का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है और पीड़ित पक्ष के बयान के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।गांव में यह चर्चा भी गर्म है कि माया के घर से निकलने के बाद किसी ने उसे खोजने की जहमत नहीं उठाई। अगर उस समय बच्चों को ही ढूंढ लिया गया होता, तो शायद आज ये तीन जिंदगियां बच सकती थीं, एक ग्रामीण ने कहा।




