दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले के बहेड़ा थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। गांव की 16 वर्षीय नाबालिग लड़की, जो मार्च में गैंगरेप की शिकार हुई थी, ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली। उसका शव घर में फांसी से लटका मिला। पुलिस का कहना है कि घटनास्थल की जांच के लिए एफएसएल टीम बुलाई गई है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।इस मामले ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि पीड़िता पुलिस कार्रवाई में देरी और समाज के तानों से मानसिक रूप से टूट चुकी थी।
15 मार्च को होली के दिन पीड़िता जब शौच के लिए घर से निकली, तो गांव के ही एक युवक दुर्गेश पासवान ने उसे बहलाकर पास के गाछी (बगीचे) में ले गया। वहां पहले से ही उसके 9 साथी—सुमित, दिलखुश, सचित, अमित, अंकुश, सुजीत, विशाल, राघव और अंकित पासवान मौजूद थे।
मां की शिकायत के अनुसार, सभी युवक नशे में थे और उन्होंने बारी-बारी से पीड़िता से दुष्कर्म किया। इस दौरान आरोपियों ने घटना का वीडियो भी बनाया और पीड़िता को धमकाया कि अगर उसने कुछ कहा, तो वीडियो वायरल कर देंगे। रात को जब लड़की घर नहीं लौटी, तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। कुछ घंटे बाद पासवान टोला के पास वह बेहोश अवस्था में मिली। गांव के लोगों ने बताया कि लड़की बिना कपड़ों के थी और डरी-सहमी हुई थी। उसे कपड़े पहनाकर घर पहुंचाया गया।
पीड़िता ने होश में आने के बाद अपनी मां को पूरी घटना बताई। पहले लोकलाज और डर के कारण मामला छुपाया गया, लेकिन जब गांव में चर्चा फैलने लगी, तब 25 मार्च को पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बाकी सात अब भी फरार हैं। पुलिस का कहना है कि उनकी तलाश जारी है।
परिजनों का कहना है कि केस दर्ज करने के बाद भी पीड़िता को लगातार धमकियां मिलती रहीं। आरोपी वीडियो कॉल कर उसे ब्लैकमेल करते थे—”जब बुलाएंगे, आना पड़ेगा… वरना वीडियो वायरल कर देंगे।” शाम होते ही घर में सन्नाटा पसर जाता था। समाज के लोग भी ताने मारते थे। पीड़िता मानसिक तनाव में रहने लगी थी। गुरुवार सुबह उसका शव कमरे में फंदे से लटका मिला।



