इंदौर: इंदौर में गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं के माध्यम से करोड़ों रुपए की जमीन की अफरा-तफरी कर चुके कुख्यात भू माफिया दीपक मद्दा साले और मजदूर पंचायत ग्रह निर्माण सहकारी संस्था के उपाध्यक्ष रहे दीपेश बोरा की गिरफ्तारी के बाद अब जल्दी ही दीपक भी पुलिस के शिकंजे में आ जाएगा।
दीपेश को इंदौर पुलिस कि एसआईटी ने बुधवार को महाराष्ट्र के धूलिया से पकड़ा वह वहां एक किराए के मकान में पत्नी दीपा जैन के साथ रह रहा था। मोबाइल लोकेशन के आधार पर मिली सूचना के बाद जैसे ही पुलिस उसके ठिकाने पर पहुंची और गिरफ्त में लिया वह गिड़गिड़ाने लगा। पत्नी ने भी एसआईटी प्रभारी देवेंद्र मरकाम से कहा कि हमसे गलती हो गई हमें छोड़ दीजिए लेकिन पुलिस टीम ने पति पत्नी की एक नहीं सुनी और दीपेश को लेकर इंदौर आ गए।
धूलिया के पहले दीपेश ने भावनगर में एक जैन मंदिर की धर्मशाला में फरारी काटी थी। इंदौर पुलिस ने उस पर ₹30000 का इनाम घोषित कर रखा था उसके खिलाफ 17 फरवरी को एसडीएम अक्षय मरकाम की शिकायत पर प्रकरण दर्ज किया गया था। दीपेश ने उपाध्यक्ष रहते हुए मजदूर पंचायत गृह निर्माण सहकारी संस्था में करोड़ों की जमीन की धोखाधड़ी की थी। वह भू-माफिया बॉबी छाबड़ा का भी काफी नजदीकी है।
सूत्रों के मुताबिक दीपेश से मिली जानकारी के बाद अब पुलिस जल्दी ही दीपक मद्दा तक भी पहुंचेगी। उसके बारे में दीपेश से कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। पुलिस दीपेश को कोर्ट में पेश कर उसका रिमांड भी लेगी ताकि जमीन घोटाले के संबंध में उससे और जानकारी प्राप्त की जा सके।