गुना. मध्यप्रदेश के गुना में बोरवेल में गिरे 10 साल के सुमित को बचाया नहीं जा सका। पानी में होने की वजह से उसके अंगों ने काम करना बंद कर दिया। करीब 14 घंटे के रेसक्यू ऑपरेशन के बाद टीम ने उसे बाहर निकालकर अस्पताल भेजा था। सुमित के माता-पिता बेटे की मौत के बाद सदमे में है।
राघौगढ़ में शनिवार शाम सुमित पतंग उड़ाने के लिए घर से निकला था। वह पतंग उड़ाते-उड़ाते खेत में पहुंच गया, जहां बोरवेल के गड्ढे में उसका पैर चला गया और वह 39 फीट गड्ढे में गिर गया। एक घंटे तक सुमित नजर नहीं आया तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। इस दौरान बोरवेल के गड्ढे में उसका सिर नजर आया। परिजनों ने प्रशासन को इसकी सूचना दी। रेस्क्यू टीम दो जेसीबी के साथ तुरंत मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
रात करीब 9 बजे एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। जब गड्ढे में कैमरा डालकर देखा तो सुमित की गर्दन तक पानी था। जेसीबी ने 45 फीट गड्ढा किया। इधर, एनडीआरएफ ने हाथ से टनल बनाई। सुबह करीब 9 बजे सुमित को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। डॉक्टर्स ने बताया कि उसका शरीर पानी में था, मुंह में मिट्टी भर गई थी। ठंड होने की वजह से उसके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। सुमित की मौत से उसके माता-पिता का बुरा हाल है।