ग्वालियर: स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले ग्वालियर में हुए क्रेन हादसे में एक बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, फायर ऑफिसर ने क्रेन पर जिस ड्राइवर को बैठाया था, असल में वह ट्रेक्टर का ड्राइवर था। उसे क्रेन को चलाने और खड़ी करने को लेकर कोई जानकारी नहीं थी। ट्रैक्टर चालक क्रेन के हाइड्रोलिक जैक को ढंग से कस नहीं पाया और वजन बढ़ने पर क्रेन उखड़ गई। नतीजा ये हुआ कि तीन नगर निगम कर्मचारियों की मौत हो गई।
इस हादसे को लेकर पुलिस ने FIR दर्ज की है। लापरवाही बरतने पर ट्रैक्टर ड्राइवर धर्मेन्द्र वर्मा, फायर ऑफिसर उमंग प्रधान के खिलाफ मामला दर्ज किया है। नगर निगम भी हादसे की जांच अपने स्तर पर कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक़ जब झंडे की रस्सी बड़ा;ने के लिए कॉल आया तो प्रभारी फायर ऑफिसर उमंग प्रधान ने टैंकर ट्रैक्टर चालक धर्मेन्द्र वर्मा को क्रेन लेकर जाने के लिए कह दिया। धर्मेंद्र को क्रेन चलाने का बिलकुल भी अनुभव नहीं था। यही लापरवाही तीन लोगों की मौत की वजह बनी।
धर्मेंद्र ने वहां गलत जगह क्रेन को पार्क कर दिया। हाइड्रोलिक जैक भी जमीन पर पूरे फोर्स के साथ नहीं गाढ़ पाए। जब क्रेन की ट्रॉली पर लोड बढ़ा और वह लड़खड़ाने लगी तो चालक कंट्रोल नहीं कर पाया, जिससे हाइड्रोलिक जैक टूटकर उखड़ गए और उस पर खड़े निगम कर्मचारी नीचे गिर गए।