माता-पिता ने पढ़ने के लिए भेजा था दिल्ली, रिश्तेदारों को रौब दिखाने के लिए बनीं फर्जी IAS

0
1136

रांची: झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची (Ranchi) में पुलिस ने एक फर्जी महिला आईएएस (Fake IAS) को गिरफ्तार किया है। वह रांची के एक वीआईपी इलाके में ठाठ से रहती थी। उसका रहन सहन देखकर तो आस-पास के लोगों को उस पर ज़रा भी शक नहीं हुआ कि वो एक फर्जी अफसर है।

ये भी पढ़ें- युवा आईएएस के सवालों पर मौन क्यों हैं सरकार और आईएएस बिरादरी

फर्जी आईएएस बनकर रांची में रह रही 24 साल की मोनिका अग्निहोत्री (Monika Agnihotri) मध्यप्रदेश के कटनी जिले के बडवारा बड़वारा कला की रहने वाली है। शुरूआती जांच में सामने आया है कि मोनिका के माता-पिता ने उसे आईएएस की कोचिंग के लिए दिल्ली भेजा था।

पुलिस पूछताछ में मोनिका ने बताया कि वह 2018 में यूपीएससी (UOSC) एग्जाम में शामिल हुई थी। वह पीटी और मेंस क्लियर कर चुकी थी, लेकिन इंटरव्यू (interview) में चूक गई। इसके बाद वह अपने रिश्तेदारों को रौब दिखाने के लिए फर्जी आईएसएस बनकर रांची पहुंच गई।

IAS की कोचिंग के लिए भेजा था दिल्ली

मोनिका की मां पुष्पलता अग्निहोत्री का कहना है कि उन्होंने बेटी को IAS की कोचिंग के लिए दिल्ली भेजा था, वह रांची कैसे पहुंच गई नहीं पता। वहीं, उसके पिता ने कहा कि जब रांची ने महिला इंस्पेक्टर का फोन आया कि ‘आपकी बेटी हमारे पास है, वह फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर बड़े ठाठ से रह रही थी, जिसे गिरफ्तार किया गया है’, ये सुनकर उनके होश उड़ गया कि बेटी रांची कैसे पहुंच गई।

ये भी पढ़ें- बेटी को दो हजार रूपये देकर बोली ‘लुटेरी स्वीटी’ – 2 दिन बाद आऊंगी, 12 करोड़ का फर्जीवाड़ा कर हुई फरार

मोनिका के पिता का कहना है कि उनका 21 साल का बेटा गैस की बीमारी से 2005 से बीमार है। ऐसे में उन्हें बेटी से उम्मीद थी कि यदि उन्हें कुछ हो गया तो बेटी अपने भाई का ख्याल रखेगी। ये कहते ही वह रो पड़े। इस घटने से मोनिका (monika) का पूरा परिवार सदमे में है।

सरकारी गाड़ी, घर के बाहर नेम प्लेट और रख रखे थे बॉडीगार्ड

रांची का अशोक नगर (Ashok nagar) इलाका शहर के सबसे वीवीआईपी इलाका माना जाता है। जहां अधिकांश आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के आवास हैं। झारखंड पुलिस (Jharkhand police) के कई बड़े अधिकारी भी अशोक नगर में रहते हैं। अशोक नगर की रोड नंबर एक के मकान संख्या C/06 के बाहर आईएएस मोनिका (IAS Monika) का बोर्ड लगा हुआ था। यही नहीं घर के बाहर बॉडीगार्ड, सरकारी वर्दी में ड्राइवर भी तैनात था। सरकारी गाड़ी भी मौजूद थी. जिस पर असिस्टेंट कलेक्टर (Assistant collector) की प्लेट लगी थी।

ये भी पढ़ें-  ‘छोटा टकला ने एक अफसर का बाल काट लिया है’, IPS जीपी सिंह के बंगले पर मिली डायरी में तंत्र-मंत्र की बातें

संदिग्ध गतिविधि लगने पर पुलिस को दी सूचना

दरअसल, डॉक्डीटर डीके राय के मकान में मोनिका फर्जी आईएएस (Fake IAS) बनकर किराए से रह रही थी। कुछ गतिविधियां संदिग्ध लगने पर डॉ डीके राय (Dr DK Roy) ने इसी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस ने जांच की और मोनिका के घर पहुंच गई। पुलिस को देख वह घबरा गई।

जब पुलिसकर्मियों ने उससे पूछा कि आप की पोस्टिंग कहां है? तो उसने बताया कि वह 2020 बैच की आईएएस  अधिकारी (IIAS officer of 2020 batch) है और वर्तमान में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में जमशेदपुर में तैनात है. लेकिन बाद में उसकी पोल खुल गई। पुलिस ने जमशेदपुर Jamshedpur) से उसके बारे में जानकारी की तो उसका सारा राज खुल गया। पुलिस ने मोनिका को फौरन हिरासत में ले लिया।

 

 

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here