भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 12 साल की बच्ची का दो बदमाशों ने अपहरण कर लिया। आरोपियों ने बच्ची को करंट भी लगाया। उसकी हालत बिगड़ने पर उसे बोरी में बंद करके रखा। दोनों आरोपी मोहल्ले के ही रहने वाले हैं। इनमें से एक योगा टीचर है। आरोपियों पर कर्ज हो गया था, जिसे चुराने के लिए वह बच्ची को बेचने की फिराक में थे।
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पुलिस ने बताया कि शांतिकुंज में रहने वाली 12 साल की बच्ची 6वीं की छात्रा है। बुधवार शाम करीब 6 बजे उसकी मां किसी काम से बाहर गई हुई थी। इसी बीच बच्ची भी अपनी मां के पीछे-पीछे जाने लगे। इसी दौरान घर के सामने खड़े योगा टीचर नर्मदा प्रसाद जाटव ने बच्ची को अपने घर में खींच लिया। उसके हाथ-पैर बांध दिए और उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया।
इसके बाद आरोपी ने रिश्तेदार राजकुमार जाटव को बुला लिया। दोनों ने लड़की को बेहोशी का इंजेक्शन दिया। लड़की के बेहोश होने के बाद उसे बोरे में भरकर बाइक से दोनों करीब एक किलोमीटर दूर पंडित दीनदयाल कॉलोनी स्थित रिश्तेदार के मकान पर लेकर पहुंचे। यहां बच्ची को कमरे में बंद कर उसे करंट के झटके दिए। थोड़ी देर बाद दोनों ने कमरे में बाहर से ताला लगा दिया।
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शाम करीब सात बजे तक जब बेटी नहीं आई, तो परिवारवालों ने तलाश शुरू की। इसके बाद रात करीब 9 बजे पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस भी तुरंत हरकत में आ गई। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो आरोपी नर्मदा के घर के पास रहने वाली एक महिला ने बताया कि टीचर के घर से बच्ची के चीखने की आवाज आ रही थी। इसी बीच, पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले। इसमें दोनों आरोपी बाइक से जाते दिखे। उनकी बाइक पर एक बोरी भी नजर आई।
शक के आधार पर पुलिस ने नर्मदा से पूछताछ की तो उसने बताया कि सब्जी खरीदने गया था। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने गुनाह कबूल कर लिया। बताया कि रिश्तेदार के घर में बच्ची है। प्रशासन ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद नर्मदा का मकान ढहा दिया। वह अतिक्रमण कर बनाया गया था।