खरगोनः लूट के आरोपी की खरगोन जेल में हुई मौत के बाद सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए एसपी शैलेंद्र सिंह को हटा दिया है। सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध हो रहा है। सोशल मीडिया पर इसका जमकर विरोध हो रहा है और लोग उनकी बहाली की मांग कर रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर चल रहे विरोध के बाद समाज के लोग सड़क पर उतर गए हैं। उन्होनें फैसले पर पुर्नविचार करने के लिए रैली निकालकर राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।
इतना ही नहीं शहर के प्रबुद्ध वर्ग ने खरगोन बंद और चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है। शिवसेना के जिला अध्य़़क्ष राजू शर्मा और सकल हिंदू समाज के संयोजक कुबैर जोशी का कहना है कि एसपी शैलेंद्र सिंह ने जिले में जुंआ-सट्टा सहित अवैध कामों पर रोक लगा दी थी। साथ ही साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए भी अच्छे कदम उठाए थे।
लोगों ने सरकार के फैसले को गलत बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने सियासत के दबाव में आकर ये फैसला लिया है। बिस्टान घटना के लिए जवाबदार थाना प्रभारी राकेश आर्य और एसडीओपी प्रवीण उइके पर कार्यवाही नहीं की गई। घटना की न्यायिक जांच चल रही है, ऐसे में किसी के गुमराह में आकर ये फैसला लिया गया है।