सोनकच्छ: पिछले दिनों सोनकच्छ में प्रतीक राजपूत उर्फ चिंटू दरबार की बीच सड़क पर करीब 14 हमलावरों ने रंजिश के चलते लोहे की रॉड से पीट-पीटकर और चाकू से हमला कर दिया था, जिसके बाद गंभीर हालत में युवक का इंदौर के एक निजी अस्पताल में इलाज चला था। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में सोनकच्छ पुलिस ने करीब एक दर्जन से अधिक लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी लेकिन इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड भाजपा नेता और शराब व्यवसायी दशरथ यादव के ऊपर पुलिस कोई कार्रवाई नही कर रही है, ना ही उसका नाम एफआईआर में शामिल किया गया है, जबकि प्रतीक की मौत उसी से रंजिश की वजह से हुई थी।
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अब इस मामले में करणी सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। करणी सेना द्वारा आज इस हत्याकांड के साजिशकर्ता और भाजपा नेता पर कार्रवाई की मांग को लेकर सीएम हाउस को घेरने की बात कही गई थी लेकिन तभी प्रशासन बैकफुट पर आया और प्रतीक के परिजनों और करणी सेना के पदाधिकारियों से मिलकर एसपी शिवदयाल गुर्जर ने 7 दिन के अंदर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। यदि 7 दिन के अंदर इस मामले में प्रशासन निष्पक्ष कार्रवाई नही करता है तो करणी सेना सीएम हाउस का घेराव करेगी।
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करणी सेना के मुख्य अनुराग प्रताप सिंह राघव ने कहा है कि सरकार को कही अपने एक नेता को बचाना भारी न पड़ जाए, क्योंकि एक बार पहले भी इन्ही माई के लालो ने शिवराज सरकार को विधानसभा चुनावों में हार का सामना करवा दिया था। बताया जा रहा है कि मृतक प्रतीक की पत्नी गर्भवती है। प्रतीक अपने बच्चे को देखने से पहले ही आरोपियों की निर्ममता का शिकार हो गया इसलिए राजपूत समाज और करणी सेना इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है।