हरिद्वार | lउत्तराखंड के हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह दर्शन के दौरान भारी भीड़ के चलते भगदड़ मच गई। इस हादसे में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 29 लोग घायल हो गए हैं। घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना सुबह करीब 9 बजे सीढ़ियों वाले मार्ग पर हुई।
प्रशासन के मुताबिक, मंदिर मार्ग पर असाधारण भीड़ एकत्र हो गई थी, जिससे अव्यवस्था फैल गई और भगदड़ की स्थिति बन गई। वहीं, कुछ चश्मदीदों का कहना है कि मंदिर की सीढ़ियों में करंट उतरने की अफवाह से श्रद्धालुओं में अचानक अफरा-तफरी मच गई, जिससे भगदड़ हुई।
हालांकि, गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे और हरिद्वार डीसी विनय कुमार ने करंट की आशंका को नकारते हुए स्पष्ट किया कि इसकी पुष्टि नहीं हुई है और वास्तविक कारणों की जांच जारी है। आयुक्त ने बताया कि वे स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, SDRF और प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंचीं और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। स्थानीय प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुटा है और मंदिर परिसर में हालात अब सामान्य हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनसा देवी हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा—“हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने लिखा— “हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मचने का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। SDRF, स्थानीय पुलिस और अन्य बचाव दल मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों में जुटे हैं। मैं स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा हूं।”मुख्यमंत्री धामी ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।




