सिवनी. मध्य प्रदेश के पिपरिया गांव में मंगलवार को सुबह लोगों ने कुएं से बाघ की दहाड़ सुनी। जब लोगो ने वहां जाकर देखा तो कुएं में में एक बाघ और एक जंगली सूअर जान बचाने के लिए तैर रहे थे। तब ग्रामीणों ने पेंच टाइगर रिजर्व और वन अमले को सूचना दी। मौके पर वन्यजीवों की जान बचाने के लिए ग्रामीणों ने कुएं में लकड़ी के ल_े डाल दिए थे, जिनके सहारे काफी देर तक बाघ ठहरा रहा। तब पहुंचे रेस्क्यू टीम ने कुएं में रस्सी, जाल और अन्य उपाय करते हुए रेस्क्यू शुरु किया।
वन क्षेत्र में खेत और गांव के आसपास के खुले कुएं में लगातार हादसे हो रहे हैं। एक महीने पहले भी कुरई क्षेत्र के ही गांव में कुएं में गिरने से एक बाघ की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कई अलग-अलग इलाकों में वन्यजीवों के कुएं में गिरने की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी कुएं को जाली लगवाने या मुंडेर ऊंची करवाने के लिए गंभीर नहीं है।जबकि विभाग के पास इस काम के लिए राशि भी उपलब्ध है।