इंदौर: कृष्णबाग कॉलोनी में रहने वाली 35 वर्षीय ताहिरा बी की बुधवार रात अस्पताल में मौत हो गई। 21 अगस्त को ताहिरा के साथ उसके पति अंसार अहमद ने डंडों से मारपीट कर दी थी, जिससे उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। जब ताहिरा की बहन राशिदा ने अंसार को कॉल किया तो उसने ताहिरा को फोन पर ही तलाक दे दिया। उनका आरोप है कि पुलिस ने सामान्य धाराओं में केस दर्ज कर जमानत पर रिहा कर दिया था।
ये भी पढ़ें- फेरीवाले से बदमाशों ने मांगा आधार, नहीं दिखा पाया तो लाठी-बेल्ट से कर दी पिटाई
परिजनों के मुताबिक ताहिरा और अंसार की करीब 20 साल पूर्व शादी हुई थी और दोनों के तीन बच्चे भी हुए। हालांकि कुछ कारणों से बच्चों की मौत हो गई। अंसार अक्सर ताहिरा के साथ मारपीट करता रहता था। 21 अगस्त को तो उसने डंडे से बेरहमी से पिटाई और ताहिरा की रीढ़ की हड्डी टूट गई। इसके बाद अंसार उसे छोड़ कर आजमगढ़ भाग गया।
ये भी पढ़ें- इरफ़ान बना रोहन, घर से भागकर युवती ने की शादी, अब धर्म परिवर्तन के लिए पीट-पीटकर तोड़ दी रीढ़ की हड्डी
महिला के परिजन नौशाद के मुताबिक हमने ताहिरा को एमवाय अस्पताल में भर्ती करवाया और उपचार भी शुरु करवा दिया था। यहां बहन राशिदा ने अंसार को यह बताने के लिए कॉल किया कि ताहिरा गंभीर है और उसका उपचार चल रहा है।जिसके बाद अंसार ने अभद्रता पूर्वक बात की और फोन पर ही तीन बार तलाक…तलाक…तलाक बोल दिया।
ये भी पढ़ें- मुख्यमंत्री की पुलिस अफसरों को नसीहत, अपराधियो के लिए वज्र से भी कठोर बनो, समाज का विश्वास अर्जित करो
बुधवार को ताहिरा की हालत ज्यादा बिगड़ गई और उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। राशिदा के मुताबिक पुलिस ने अंसार को उसी वक्त पकड़ लिया था ।लेकिन जमानती जुर्म बताकर थाने से रिहा कर दिया। विजयनगर थाने की एसआइ प्रियंका शर्मा ने बताया कि पुलिस ने शुरुआत में घटना के हिसाब से केस दर्ज किया था। पीएम रिपोर्ट आने के बाद धाराएं बढ़ा सकते है।