नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के नए बॉस कौन होंगे, इसकी प्रक्रिया जारी है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी. रमना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच हुई एक बैठक में नए सीबीआई चीफ के नाम पर मंथन किया गया। लंबी प्रक्रिया के बाद तीन नाम शॉर्टलिस्ट किए गए है। अब इनमें से किसी एक के नाम पर मुहर लग सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई चीफ की नियुक्ति के लिए करीब 100 नामों पर मंथन किया गया, जिसमें 1984 से 1987 बैच के अफसर शामिल थे। करीब डेढ़ घंटे की बैठक के बाद शीर्ष कमेटी ने सुबोध जायसवाल, केआर. चंद्रा और वीएसके. कौमुदी के नाम पर मुहर लगाई है। यानी इन तीन में से ही कोई अगला सीबीआई चीफ बन सकता है।
जानें कौन हैं ये तीन अधिकारी-
सुबोध जायसवाल: 1985 बैच के आईपीएस अफसर सुबोध जायसवाल अभी CISF डीजी के पद पर तैनात हैं। पूर्व में सुबोध जायसवाल महाराष्ट्र के डीजीपी, मुंबई के कमिश्नर भी रह चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने आईबी और रॉ में भी अपनी सेवाएं दी हैं। जिन तीन लोगों को शॉर्ट लिस्ट किया गया है, उनमें सुबोध जायसवाल ही सबसे सीनियर हैं।
के. आर. चंद्रा: बिहार कैडर के 1985 बैच के कुमार राजेश चंद्रा भी सीबीआई के नए चीफ बनने की रेस में हैं। फिलहाल वह सशस्त्र सीमा बल के डीजी पद पर तैनात हैं। इससे पहले सिविल एविएशन सिक्युरिटी के ब्यूरो में कार्यरत रहे हैं। अपने करियर में वह गृह राज्य बिहार में भी सेवाएं दे चुके हैं, वह 31 दिसंबर 2021 को रिटायर भी हो रहे हैं।
वी. कौमुदी: केंद्रीय गृह मंत्रालय में स्पेशल सेक्रेटरी पद पर तैनात आंध्र प्रदेश कैडर के 1986 बैच के ऑफिसर वी. कौमुदी भी सीबीआई चीफ बनने की रेस में हैं। इससे पहले वह BPR&D के चीफ रह चुके हैं, जिनकी अगुवाई में फेक न्यूज़ को लेकर एक बड़ा खाका तैयार किया गया था। जिसमें देशभर की पुलिस फोर्स को बताया गया था कि फेक न्यूज़ के जंजाल पर किस तरह एक्शन लिया जाए।
वी. कौमुदी ने आंध्र प्रदेश में भी कई पद पर काम किया है। वी. कौमुदी ने लालू यादव के चारा घोटाले, सत्यम कंप्यूटर्स स्कैम के पर्दाफाश में अहम भूमिका निभाई। उन्हें कई अवॉर्ड से नवाज़ा गया है, जबकि नवंबर 2022 में उनका रिटायरमेंट है।