इंदौर: यदि आप भी किसी को गाड़ी किराए पर देते हैं तो अब सावधान हो जाइए। इंदौर में गाड़ी किराए पर लेकर करोड़ों रूपये की हेराफेरी करने वाला दूसरा गिरोह सामने आया है। दरअसल, शहर के एक कुख्यात गुंडे का भतीजा अक्षय कुमायूं खुद को पत्रकार बता सीधेसाधे लोगों को चूना लगाता था। करोड़ों की धोखाधड़ी करके अब ये अक्षय फरार हो गया है। उसके खिलाफ कई लोगों ने डीआईजी को शिकायत की है।
अक्षय कुमायूं और उसका गिरोह चार पहिया वाहन किराये पर लेता था लेकिन कुछ समय बाद किराया देना बंद कर देता था। गाड़ी किराए पर लेते वक्त वह लोगों से यह वादा करता था कि आप अपनी गाड़ी मुझे दे दीजिए हर महीने आपके पास इसका किराया पहुंच जाएगा। उसका ऑफर इतना आकर्षक रहता था कि गाड़ी मालिक मना नहीं कर पाता। वह उन गाड़ियों के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें गिरवी रख देता था या उन्हें पौने दामों में बेच दिया करता था। जब कुछ लोग गाड़ी मांगने उसके घर पहुंचे तो वह बहाना बनाने लगा।
उसने खुद को कुख्यात गुंडे रमेश टोकनीवाला का भतीजा बताया और अगवा करने की धमकी दी। आरोपित ने गाड़ियां देने से स्पष्ट इन्कार कर दिया और कहा गाड़ियों को भंगार में कटवा दूंगा। कुछ समय बाद पता चला अक्षय ने उनकी कारें गिरवी रख दी गई है या फिर फर्जी दस्तावेज बनाकर ओने पौने दाम में भेज दी गई है। अक्षय के खिलाफ पीड़ित मंगलवार को शिकायत करने आईजी मनीष कपूरिया के पास पहुंचे थे।
इससे पहले इंदौर के पास महू से पुलिस ने ऐसे ही गिरोह को गिरफ्तार किया था, जो पहले वाहनों को किराये से लेता था फिर उनके फर्जी कागजात बनाकर उन्हें गिरवी रख देता था और फरार हो जाता था। पुलिस ने चार आरोपियों से 44 कारे जब्त की है। इन कारों की कीमत करीब पांच करोड़ रूपये बताई जा रही है।