इंदौर: इंदौर के पास महू में जमकर बवाल हुआ। आदिवासी युवती की मौत के बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि गैंगरेप कर उसकी हत्या की गई है। गुस्साए लोगों ने पुलिस चौकी पर जमकर पथराव किया और पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इस हमले में 12 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हालात काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। इस दौरान 25 राउंड फायरिंग भी की गई। इस पूरी घटना में एक आदिवासी युवक की मौत हो गई है, जबकि एक अन्य घायल हुआ है।
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महू पुलिस ने बताया कि पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प में 12 पुलिसकर्मी घायल हुए है। वहीं , आदिवासी युवक भेरूलाल की मौत हो गई है। एक अन्य युवक संजय के पैर में गोली लगी है। हालात को देखते हुए पूरे इलाके में धारा 144 लगा दी गई है। इसके साथ ही पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पीड़ित परिवार की शिकायत यदुनंदन पाटीदार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है।
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दरअसल, बुधवार शाम को यूपी के परिजनों ने डोंगरगांव चौकी के सामने शव रखकर जाम लगा दिया था। करीब एक घंटे तक प्रदर्शन चलने के बाद पुलिस उन्हें खदेड़ कर चौकी लौट आई थी। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर गोफन से हमला कर दिया। आत्मरक्षा में पुलिस ने भी फायरिंग की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। हालात काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
यूपी के परिजनों का कहना है कि उसकी मौत एक दबंग युवक की प्रताड़ना के कारण हुई है। उन्होंने पुलिस पर भी मामला दबाने का आरोप लगाया। डॉक्टर की रिपोर्ट में युवती की मौत करंट लगने से होना बताई गई है। इस घटना पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए है।