भोपाल: कोरोना की दूसरी लहर एक बार फिर देश में कोहराम मचा रही है। ऐसे में देश के अलग-अलग हिस्सों में पाबंदियां लगने लगी है। ऐसे में लोगों की जान बचाने और कोरोना के नियमों का पालन कराने के लिए स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मी फिर मैदान में आए है। ऐसे में ये कोरोना योद्धा अपने दुख-दर्द छिपाकर और परिवार की चिंता छोड़कर अपना फर्ज निभा रहे हैं। पूरे जज्बे के साथ ड्यूटी पर मुस्तैद जवानों की एक बानगी है भोपाल के कोलार थाने के टीआई चंद्रकांत पटेल की।
चंद्रकांत पटेल भोपाल से सबसे प्रभावित क्षेत्र कोलार में ड्यूटी कर रहे हैं। कोलार में लॉकडाउन लगने के साथ ही उनका चार साल का बेटा और पत्नी कोरोना की चपेट में आ गईं थीं। ऐसे में फर्ज और ड्यूटी को पूरा करने के लिए उन्होंने पत्नी और बेटे को इलाज के लिए हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया, जहां वह अब ठीक है।
चंद्रकांत पटेल कहते हैं कि, जब हालात ज्यादा चुनौतीपूर्ण है, तब हम अपने घरों में नहीं बैठ सकते। किसी न किसी को तो आगे आकर जिम्मेदारी उठानी ही पड़ेगी। लोगों को सुरक्षित करने के लिए ही आज पुलिस सड़कों पर डटी हुई है।
चंद्रकांत पटेल लोगों से अपील करते है कि सभी को कोरोना महामारी के संक्रमण के खतरे को समझना चाहिए और जब तक अतिआवश्यक न हो घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। वह इस बार हालात को पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा चुनौतीपूर्ण बताते है। कोलार इलाका सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या के साथ राजधानी भोपाल का हॉटस्पॉट बना हुआ है।