शिवपुरी, मध्यप्रदेश के शिवपुरी में बंद हो चुके सीनियर कन्या छात्रावास की तत्कालीन वार्डन ने SDM पर गंभीर आरोप लगाए है। वार्डन ने अधिकारियों से की शिकायत में बताया कि SDM हर रात उसे एक छात्रा को अपने बंगले पर भेजने के लिए कहता है। इसके लिए राजी नहीं हुई तो मुझे ही वहां आने के लिए कहने लगा। जब उसकी ये मांग नहीं मानी तो उसने हॉस्टल बंद करवा दिया।
ये भी पढ़ें- देवी को प्रणाम कर मांगी माफ़ी, फिर दान पेटी चुरा ले गया चोर, वीडियो वायरल
तत्कालीन वार्डन राजकुमारी कोली ने बताया कि पिछोर SDM बिजेंद्र यादव के पास पहले आदिम जाति कल्याण विभाग का प्रभार भी था। इसी साल मई में उन्होंने हॉस्टल का निरीक्षण किया था। उस दौरान उन्होंने दबाव बनाते हुए मुझसे हर रात एक छात्रा को बंगले पर भेजने के लिए कहा था। मैंने मना कर दिया तो कहने लगा कि छात्रा को नहीं भेज सकती तो तुम ही आ जाया करो। उसकी बातें नहीं मानने पर हॉस्टल बंद करवाने की धमकी दी।
ये भी पढ़ें- दुष्कर्मी मिर्ची बाबा गिरफ्तार, महिला ने लगाए थे आरोप
जब SDM के गलत इरादे पूरे नहीं हुए तो उन्होंने नियमों को दरकिनार कर हॉस्टल बंद करवा दिया। छात्राओं को 50 सीटर शासकीय अनुसूचित जाति जिला स्तरीय कन्या उत्कृष्ट छात्रावास कमलागंज में शिफ्ट कर दिया, जबकि वहां पर सिर्फ 50 छात्राओं के रहने की ही व्यवस्था है। साथ ही मेरा भी ट्रांसफर कर दिया गया।
ये भी पढ़ें- Audio Bulletin: करंट लगने से कावड़िए की मौत – दो ट्रेनों को बम से उड़ाने की धमकी
वार्डन का आरोप है कि SDM आधी रात को भी हॉस्टल के चक्कर लगाते थे। उसने SDM के कुछ फोटो भी शिकायत के साथ अफसरों को दिए है। हालांकि, इस पूरे मामले पर SDM का कहना है कि अपनी जिम्मेदारी पूरी करने के लिए हॉस्टल्स के निरीक्षण पर जाता था। आरोप निराधार हैं। मैंने खुद कलेक्टर से निवेदन किया है कि इस मामले की पूरी जांच करवाई जाए और जो भी दोषी हो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।