भोपालः कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्राॅन के खतरे को देखते हुए सरकार अलर्ट हो गई है और आम जनता भी कोरोना के नियमों का पालन फिर से करने लगे है। इस खतरे से बचने के लिए हैंड सैनिटाइजर और मास्क का इस्तेमाल फिर बढ़ गया है। अवसर को भांपतेे हुए जालसात फिर सक्रिय हो गए है और नकली माल बनाकर बाजार में बेच रहे है। भोपाल पुलिस ने हाल ही में एक नकली हैंड सैनिटाइजर फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है।
ये भी पढ़ें- बच्चों के झगड़े ने महिला ने लिया बदला, ढाई साल की मासूम को ज़िंदा दफनाया
रातीबड़ पुलिस ने मंगलवार रात कलखेड़ा रोड पर एक फैक्ट्री पर दबिश दी। यहां नामी कंपनियों के स्टीकर लगाकर नकली सैनिटाइजर बेचा जा रहा था। पुलिस ने मौके से 780 लीटर नकली हैंड सैनिटाइजर बरामद किया है। इसे लोकल अल्कोहल से तैयार किया जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में फैक्ट्री संचालक सहित दों लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
ये भी पढ़ें- प्रेमी के सामने खुद के साथ बेटी को कर देती थी निर्वस्त्र, पति ने CCTV कैमरे से खोला राज
मौके से पुलिस को Sevlon, Dettol जैसी नामी कंपनियों के स्टीकर लगे डब्बे मिले है। पुलिस को 5 लीटर की कैन के 156 नग मिले है, जिसमें 780 लीटर नकली सैनिटाइजर भरा हुआ था। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे लंबे समय से इस काम में लिप्त थे। बीच में इसकी डिमांड कम हो गई थी लेकिन अब कोरोना का खतरा बढ़ने के साथ डिमांड फिर बढ़ने लगी है।
ये भी पढ़ें- खेत्र में काम कर रहे किसान की हत्या, गला काटकर ले गए बदमाश
आरोपियों के मुताबिक, कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते नकली सैनिटाइजर बनाने का काम फिर से शुरू कर दिया। नकली सैनिटाइजर बनाने में 200 से 250 रुपये लागत आती है, जिसे नामी कंपनियों के स्टीकर लगाकर बाजार में 2000 से 2500 रुपये तक में बेचा जा रहा था।