जयपुर: कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को अपनी चपेट में ले लिया है। शहर के साथ ये संक्रमण अब गांवों में भी फ़ैल रहा है। लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच कुछ लोग मुनाफ़ा कमाने से बाज नहीं आ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ झोलाछाप डॉक्टर टेंट की दुकान में क्लिनिक खोलकर बैठ गए हैं। पुलिस ने ऐसे ही कुछ झोलाछाप डॉक्टरों को टेंट की दुकान को निजी अस्पताल बनाकर लोगों का इलाज करते हुए पकड़ा है।
कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मरीजों को लेकर गृह विभाग ने सरकारी गाइडलाइन जारी की है। सरकारी गाइडलाइन को पालन करवाने के लिए एसपी केसर सिंह शेखावत खुद कमान संभालते हुए सड़क पर उतरे हुए हैं। उन्होंने जगह-जगह जाकर इलाके का जायजा लिया।
व्यवस्थाओं का जायजा लेने एसपी जब बसेड़ी थाना क्षेत्र पहुंचे तो उन्होंने देखा कि, एक टेंट की दुकान पर आधा शटर गिरा हुआ था। दुकान का आधा शटर खुला देख एसपी ने गाड़ी रुकवाई और दुकान पर जाकर शटर उठाया तो अंदर का नजारा देख उनके होश उड़ गए। टेंट की दुकान के अंदर मरीज लेटे हुए मिले और उनके हाथों में ड्रिप लगी हुई थी।
जांच में पाया गया कि एक झोलाछाप डॉक्टर ने एक टेंट की दुकान का शटर गिराकर उसे अपना निजी अस्पताल बना रखा था। जहां झोलाछाप डॉक्टर बुखार, जुकाम और दस्त के रोगियों का इलाज कर रहे थे। मौके पर पहुंचकर एसपी केसर सिंह शेखावत ने झोलाछाप डॉक्टर को पकड़ा है उनके खिलाफ बसेड़ी थाने में मामला दर्ज करवाने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखवार का कहना है कि हमें जानकारी मिली थी कि झोलाछाप डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहा है। टेंट की दुकान को उसने निजी अस्पताल बना रखा था। इसके बाद एसपी ने बसेड़ी थाना प्रभारी को निर्देशित कर झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।




