ग्वालियर: मध्यप्रदेश के ग्वालियर के एक टीआई सहित 4 पुलिसकर्मियों की संपत्ति कुर्की होने की खबर सामने आई है। इसके लिए सीआईडी ने पुलिस विभाग से उन सभी की संपत्ति की जानकारी मांगी है। दरअसल ये सभी मोबाइल चोरी के आरोपी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में दोषी पाए गए हैं।
गाैरतलब है कि 2017 में मोबाइल चोरी के मामले में पड़ाव थाना पुलिस की टीम ने सोनू भदौरिया को गोला का मंदिर से पकड़ा था। सोनू को पकड़कर जब पुलिस आ रही थी तो वह आकाशवाणी चौराहा से हथकड़ी के साथ पुलिस की गिरफ्त से भाग गया। जिसकी तलाश टीम ने की पर वह नहीं मिला। पुलिस ने इस दौरान घरवालों से संपर्क किया और उन्हें हथकड़ी लौटाने के लिए चाबी दे दी। दूसरे दिन पता चला कि सोनू ने शकुंतलापुरी में दोस्त के घर में पुलिस के डर से आत्महत्या कर ली।जिस पर पुलिस ने उसका गिरफ्तारी पंचनामा तैयार किया और उसमें सोनू की मौत होने के बाद उसके फर्जी हस्ताक्षर कर दिए थे।
इसकी जांच जब सीआइडी ने की तो सोनू के फर्जी हस्ताक्षर होना पाया गया। जिसमें तत्कालीन SI और वर्तमान कार्यवाहक निरीक्षक देवेंद्र मिश्रा, SI एमआर भगत, प्रधान आरक्षक राजवीर यादव, आरक्षक अंबिका को दोषी पाया गया था। इस मामले में सीआइडी इन सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के तमाम प्रयास कर रही थी, लेकिन यह सभी फरार चल रहे हैं, जिसके बाद सीआईडी ने सभी की संपत्ति कुर्की के आदेश निकाल दिए हैं।



