पटना: आईपीएस आदित्य कुमार के बाद अब आईजी अमित लोढ़ा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। आईजी अमित लोढ़ा को बिहार सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। हालांकि, पुलिस मुख्यालय ने अभी निलंबन की पुष्टि नहीं की है। बुधवार को विशेष निगरानी इकाई ने भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ पदाधिकारी और मगध रेंज के तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा के खिलाफ केस दर्ज किया था। वहीं, अमित लोढ़ा पर निजी स्वार्थ के लिए वित्तीय अनियमितता का भी आरोप है।
चर्चित आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा इन दिनों भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर विवादों में हैं। बिहार स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने मगध रेंज के तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट की ओर से आरोप लगाया गया है कि अमित लोढ़ा ने सरकारी पद पर रहते हुए बिजनेस किया है।अमित लोढ़ा की पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से इसी दिसंबर महीने में साल 2018 में एक पुस्तक ‘बिहार डायरी’ आई थी। उसपर एक वेब सीरीज बनी है ‘खाकी, जिसे लोग काफ
सतर्कता इकाई ने कहा कि चूंकि अमित लोढ़ा अभी भी एक सेवारत आईपीएस अधिकारी हैं और एक स्थापित लेखक नहीं हैं, इसलिए वह वेब सीरीज के लिए किसी फर्म के साथ करार नहीं कर सकते। अमित लोढ़ा पर सौदे से 12,372 रुपये प्राप्त करने का आरोप लगाया गया है , जबकि 38.25 लाख रुपये उनकी पत्नी कौमीदी के खाते में जमा किए गए थे। प्राथमिकी में कहा गया है कि “अवैध रूप से अर्जित धन के लेन-देन” को सुविधाजनक बनाने के लिए फर्म और कौमिडी के बीच एक समझौता हुआ था।
वहीं, अमित लोढ़ा ने आरोपों के बाद ट्वीट किया, “कभी-कभी जीवन आपको सबसे कठिन चुनौतियों का सामना कर सकता है, खासकर जब आप सही होते हैं। इस दौरान आपके चरित्र की ताकत दिखाई देती है। विजयी होने के लिए आपकी प्रार्थना और समर्थन की आवश्यकता है।” बता दें कि नेटफ्लिक्स पर 25 नवंबर को एक ‘खाकी’ द बिहार चैप्टर रिलीज हुई थी। इस वेब सीरीज को लेकर वो एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं।



