18 एकड़ जमीन के लालच में खेला गया शादी का नाटक, होटल से झाड़ियों तक पहुंची साजिश की कहानी

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जबलपुर: शादी की उम्मीद में मध्यप्रदेश के जबलपुर से गोरखपुर आए इंद्र कुमार तिवारी को क्या पता था कि जो वीडियो उन्होंने श्रद्धा में बनाया था, वही उनकी जिंदगी की आखिरी पटकथा बन जाएगा। उन्होंने सिर्फ कथावाचक अनिरुद्धाचार्य जी से अपनी मन की बात कही थी—कि 45 साल की उम्र में अब तक शादी नहीं हुई और उनके पास 18 एकड़ ज़मीन है। लेकिन इस बात को कुछ शातिर लोगों ने सुन लिया… और फिर बुना गया एक ऐसा जाल, जिसमें इंद्र कुमार तिवारी फंसते चले गए।

अब गोरखपुर पुलिस ने इस ‘ब्लाइंड मर्डर केस’ का पर्दाफाश कर दिया है। जमीन हड़पने के लालच में की गई इस हत्या के मामले में एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मुख्य भूमिका निभाई है साहिबा बानो उर्फ खुशी तिवारी ने—जिसने इस जुर्म के लिए न केवल धर्म बदला, बल्कि खुद को ‘खुशी तिवारी’ बताकर फर्जी आधार कार्ड तक बनवाया।

सोशल मीडिया से शुरू हुई चालाकी

कुशीनगर की रहने वाली साहिबा बानो की मुलाकात सोशल मीडिया पर कौशल कुमार से हुई। दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया और गोरखपुर में रहने लगे। फिर एक दिन सोशल मीडिया पर उन्हें इंद्र तिवारी का वह वायरल वीडियो दिखा जिसमें वे अपनी जमीन और शादी की बात कर रहे थे। यहीं से उनके दिमाग में एक खतरनाक योजना ने जन्म लिया।

नकली बहन बनी दुल्हन

कौशल कुमार सीधे इंद्र तिवारी से मिलने जबलपुर पहुंचा और ‘खुशी तिवारी’ को अपनी बहन बताते हुए शादी का प्रस्ताव रखा। इंद्र से कुछ दिन फोन पर बातचीत के बाद ‘खुशी’ ने उन्हें गोरखपुर बुला लिया। 3 जून को इंद्र, कौशल और साहिबा एक ही कमरे में साथ रहने लगे।

शादी का नाटक, नींद की गोलियां और फिर कत्ल

साजिश के तहत 5 जून को तीनों आरोपी इंद्र को कुशीनगर के आइडियल होटल ले गए। वहां शादी का नाटक किया गया—मांग में सिंदूर भरा गया और इंद्र को पनीर राइस में नींद की गोलियां मिलाकर खिला दी गईं। जब इंद्र बेहोश हो गया, तो तीनों उसे गाड़ी में डालकर सुकरौली ले गए और वहां चाकुओं से गोदकर उसकी हत्या कर दी। शव को पास की झाड़ियों में फेंक दिया गया।

हत्या के बाद आरोपी इंद्र की ज्वैलरी और नकदी लेकर फरार हो गए। पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा ने बताया कि मामले में केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने जांच के बाद साहिबा बानो उर्फ खुशी (निवासी मिठा बेल, गोरखपुर), कौशल कुमार (निवासी सांडा, देवरिया) और समसुद्दीन अंसारी (निवासी कोना सोनबरसा, गोरखपुर) को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस को मृतक का मोबाइल, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, जमीन के कागजात, शादी के लिए लाए गए जेवर और हत्या में प्रयुक्त कार सब कुछ आरोपियों से मिल गया है। इस सफलता के लिए जांच टीम को ₹25,000 का इनाम भी घोषित किया गया।

 

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