साधु के भेष में अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहा ईसाई कुलपति, चर्च में लगा रहा ‘यीशु दरबार’

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yishu darbar

नई दिल्ली: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष जेजे लाल के कोरोना भगाने के लिए जीसस से प्रार्थना करने की बात पर बवाल अभी थमा ही नहीं था कि चमकारी बात करने वाले एक कुलपति का वीडियो सामने आया है। प्रयागराज के शैक्षिक संस्थान SHUATS के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर राजेंद्र बिहारी लाल यूनिवर्सिटी कैंपस में स्थित चर्च के माध्यम से अंधविश्वास को बढ़ावा देने में लगे है।

सैम हिगिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति साधु के भेष में ‘यीशु दरबार’ लगाते हैं। ऐसे ही एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “यीशु के नाम से हम इस तूफ़ान को, इस महामारी को डाँटते हैं – थम जा और हमारे लोगों पर अब कोई आक्रमण न कर।”

वायरल वीडियो में राजेंद्र बी लाल कहते दिख रहे हैं, “हम तेरे (कोरोना) अधिकार को समाप्त करते हैं। जहाँ से तू आया है, तुझे हम वहीं भेज देते हैं यीशु के नाम से। आज से और इसी घड़ी से, इसी समय से, ये शैतानी शक्ति देश को छोड़ दे।” इस दौरान उनकी वेशभूषा ऐसी रहती है, जैसे वो कोई हिन्दू साधु हों। गले में माला, शरीर पर भगवा कपड़े और सिर भी भगवा टोपी – एक नजर में देख कर किसी को भी लगे कि वो कोई हिंदू संत हैं।

वीडियो में वो कहते दिख रहे हैं, “तूफ़ान को डाँटिए। बीमारों को चंगा कीजिए। दुष्ट आत्माओं को निकालिए। यीशु मसीह के नाम से वो निकल जाएगा।” बता दें कि हर सप्ताह रविवार के दिन राजेंद्र बी लाल ईसाई ‘चमत्कार’ करते हैं और ईसाई कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं। ‘Indix Online’ के अनुसार, उनके निशाने पर आसपास के गरीब हिन्दू परिवार होते हैं जिन्हें वो कार्यक्रमों में बुलाते हैं और बरगलाते हैं।

इतना ही नहीं, SHUATS कुलपति राजेंद्र बिहारी लाल कई करोड़ रुपयों के एक बैंक घोटाले में भी फँसे हुए हैं और इस मामले में जेल भी जा चुके हैं। अप्रैल 2016 के मध्य में उन्हें जुडिशल कस्टडी में लेकर जेल भेजा गया था, जब उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई थी। 23 करोड़ के घोटाले का ये मामला नवंबर 2014 से नवंबर 2016 तक सिविल लाइंस स्थित एक्सिस बैंक में हुआ। राजेंद्र बी लाल इस मामले में सुप्रीम कोर्ट तक जा चुके हैं।

 

 

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