खरगोन: मध्यप्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर हुई हिंसा में पहली मौत हुई है। इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में पिछले आठ दिन से रखे अज्ञात शव की शिनाख्त खरगोन में हुई साम्प्रदायिक हिंसा में घायल हुए इब्रीश खान के रूप में हुई है। 14 अप्रैल को इब्रेश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी।
शिनाख्त के बाद रविवार रात शव को लेने आए भाई सद्दाम खान द्वारा आरोप लगाया गया कि इब्रीश हिंसा वाले दिन आनन्द नगर मस्जिद में रोजा खोलने के लिए इफ्तारी देने गया था। उस दौरान हुए उपद्रव में हमलावरों और पुलिस ने उसे मारा।
उसके भाई ने कहा, ‘पुलिस वाले उसे सबके सामने बिठाकर थाने ले गए। कुछ देर वह वहां रहा फिर उसके बाद लापता हो गया। उसको तलवारों से मारा गया है। उसे आखिरी बार 10 तारीख को देखा था जब वह घर से निकला था। उसे बेरहमी से मारा गया है। आंख तक निकाल दी गई और पैरों पर घसीटने के निशान हैं। उसे घसीट-घसीट कर मारा गया है। पिछले आठ दिन से पुलिस कोई जवाब नहीं दे रही थी। अब पता लगा कि हमारे भाई की लाश इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल रखी हुई थी।’
सोमवार सुबह मुक्तिधाम के पास इस्लामपुरा में युवक का जनाजा निकाला गया। इसके चलते बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया गया और सुरक्षा के लिहाज से पूरे शहर में रोक-टोक की जा रही है। साथ ही कर्फ्यू में छूट के समय को भी परिवर्तित किया गया है। रविवार रात को प्रशासन ने सोमवार सुबह 8 से 12 बजे तक छूट देने के निर्देश दिए थे, इसे हटाकर अब दोपहर 12 से 2 बजे तक 2 घंटे की छूट देने की बात कही गई है।