खाकी के साथ मां का फर्ज, डेढ़ साल की बेटी को घर छोड़ ड्यूटी करतीं हैं CSP

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उज्जैन: कोरोना काल में पुलिस और डॉक्टर्स एक बार फिर लोगों की जान बचाने के लिए आगे आए है। अस्पतालों में जहां डॉक्टर्स कोरोना पीड़ितों के इलाज के लिए जी जान से जुटे हुए हैं, तो पुलिस सड़कों पर उतारकर कोरोना के नियमों का पालन करवा रही है। कई महिला पुलिसकर्मी ऐसी भी हैं, जो खाकी के फर्ज के साथ परिवार की जिम्मेदारी भी निभा रहीं हैं। मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले की सीएसपी हेमलता अग्रवाल भी अपने दोनों फर्ज बखूबी निभा रहीं है।

पुलिस में सीएसपी के पद पर अपने कर्तव्यों का निष्ठा से पालन करने वाली एक महिला अधिकारी अपने मां होने के दायित्व को भी बड़ी शिद्धत से निभा रही है। माधव नगर सीएसपी हेमलता अग्रवाल पिछले तीन वर्षों से उज्जैन में पदस्थ है। उनके दो बच्चे है एक चार वर्ष का निकुंज और दूसरी डेढ़ वर्ष की नन्हीं गुड़िया।

सीएसपी हेमलता अग्रवाल अपने कर्तव्य और दायित्व को लेकर बेहद संजीदा हैं। अपने दोनों फर्ज को निभाते हुए उन्होंने एक मिसाल पेश की है। 18 से 20 घंटे की कोरोना ड्यूटी करने के बाद जब वे घर पहुंचती है तो अपने नौनिहालों को देखकर उनकी सारी थकावट उतर जाती है। वह कहतीं हैं कि, जैसे ही मैं ड्यूटी करके घर पर आती हूं तो वैसे ही दोनों ही मेरे बच्चे मुझे देखकर मुझसे लिपट जाते हैं। दिनभर की थकावट दोनों ही बच्चों को देखकर पल भर में दूर हो जाती है।

 

 

 

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