नई दिल्ली: कोरोना संकटकाल के बीच कई जगह से पुलिस के अमानवीय चेहरा सामने आया है लेकिन कई जगह पुलिस मिसाल भी पेश कर रही है। इस संकट के समय कई केस ऐसे आ रहे है, जब माता-पिता के संक्रमित होने के बाद छोटे-छोटे बच्चों की देखभाल करने के लिए कोई नहीं होता। कोरोना के डर से रिश्तेदार भी मदद करने में कतराते हैं। ऐसे समय में पुलिस ही उनके लिए सहारा बनती है। ऐसा ही एक मामला राजधानी दिल्ली से आया है।
दरअसल, दिल्ली की रहने वाली एक दंपत्ति कोरोना पॉजिटिव हो गई है और उनके 6 महीने के मासूम की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब उनकी परेशानी यह थी कि 6 महीने के बच्चे का क्या किया जाए। लिहाजा रेडियो कॉलोनी जीटीबी नगर में रहने वाले इस दंपत्ति ने दिल्ली पुलिस से मदद की गुहार लगाई। बच्चे के पिता आकाशवाणी में नौकरी करते हैं।
जब यह जानकारी शाहदरा जिले में तैनात महिला हेड कांस्टेबल राखी को हुई। उन्होंने अपने वरिष्ठ अफसरों को इस बारे में जानकारी दी। जिसके बाद राखी ने बच्चे के मां बाप से संपर्क किया और वरिष्ठ अफसरों की इजाजत के बाद बच्चे को अपनी हिफाजत में ले लिया।
इतना ही नहीं, राखी ने बच्चे के कपड़े, बच्चे की जरूरत का सारा सामान दूध की शीशी सब अपने कब्जे में ले ली और अब बच्चे की जिम्मेदारी महिला हेड कांस्टेबल राखी के हवाले आ गई। राखी ने 6 महीने के मासूम बच्चे की बड़ी ही शिद्दत के साथ देख रेख की। बच्चे को खिलाया पिलाया और सुरक्षित दादा दादी के पास मोदीनगर पहुंचा दिया। आज खाकी वर्दी के पीछे छिपी रखी की ममता को सब सलाम कर रहे हैं।