जयपुर: बीमे के दो करोड़ रुपये लेने के लिए पति ने अपनी ही पत्नी की हत्या करवा दी। हत्या को एक्सीडेंट का रूप दे दिया, जिसमें महिला के भाई की भी मौत हो गई। हालांकि, पुलिस की जांच में मामले का खुलासा हुआ कि ये एक्सीडेंट नहीं हत्या है। पति ने हिस्ट्रीशीटर को सुपारी देने के लिए पत्नी के ही गहने गिरवी रख दिए थे। जांच में ये भी सामने आया है कि, बेटी पैदा होने के बाद से ही दोनों के संबंध बिगड़ गए था। उसे एक ऐड देखकर आईडिया आया था, जिसकी जानकारी उसने फोन पर जुटाई थी।
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पुलिस ने बताया कि, महेश और शालू की शादी 2015 में हुई थी। 2017 में बेटी के जन्म के बाद महेश ने शालू को परेशान करना शुरू कर दिया था, जिससे परेशान होकर वह मायके चली गई थी। 2019 में उसने महेश के खिलाफ दहेज़ प्रताड़ना का केस भी दर्ज कराया था। हालांकि, जेल जाने के डर से महेश उसे मनाने में जुट गया था और उसका 1.90 करोड़ का बीमा भी करवा दिया था।
इधर वह शालू की हत्या की साजिश भी रच रहा था। इसी बीच महेश को उस दिन मौका मिल गया, जब शालू ने अगले दिन पाने भाई के साथ बाइक पर मंदिर जाने की बात अपने पति को बताई। उसने बदमाशों को पूरा प्लान बताया। इसी के तहत बदमाशों ने पहले उनकी बाइक को टक्कर मारी और उन्हें कुचलते हुए फरार हो गए। महेश ने इस हत्या को हादसे का रूप दे दिया लेकिन पुलिस जांच में सच सामने आ गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
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पूछताछ में उसने बताया कि टीवी पर आने वाले इंश्योरेंस का विज्ञापन देखने के बाद ये आइडिया आया था। इसके बाद टोल फ्री नंबर पर फोन कर क्लेम की पूरी जानकारी जुटाई थी। यहां उसे पता चला कि एक करोड़ का इंश्योरेंस सामान्य मौत पर मिल रहा है। अगर मौत दुर्घटना से होगी तो एक करोड़ 90 लाख रुपए मिलेगा। पैसों के लालच में फंस कर उसने पत्नी की सुपारी हिस्ट्रीशीटर को दे दी। सुपारी देने के लिए उसने पत्नी के ही गहने गिरवी रखकर रुपये बैंक से लिए थे।