इंदौर: सूदखोरों की धमकियों से तंग आकर सेल्समैन ने जहर खा लिया। सात दिन बाद उसकी तड़प-तड़प कर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वह चाय बेचने वाले सेल्समैन का काम करता था। मरने से पहले उसने पुलिस को 11 लोगों के नाम बताए थे। इसी आधार पर पुलिस ने सभी के खिलाफ केस दर्ज कर पांच को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, गणेश ने इन लोगों से रूपये उधार लिए थे। इसी की वसूली के लिए सूदखोर उसे बार-बार जान से मारने की धमकी दे रहे थे।
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गणेश की पत्नी पूजा ने बताया कि, वह मूल रूप से डबल चौकी के रहने वाले हैं और काम के लिए सालों पहले इंदौर आकर रहने लगे थे। करीब 8 साल पहले गणेश ने सिलाई का का शुरू किया था। इसी बीच गणेश का एक्सीडेंट हो गया और परिवार आर्थिक संकट में आ गया। उनकी एक 10 साल की बेटी भी है। परिवार का पालन-पोषण करने के लिए गणेश ने घर-घर चाय बेचने का काम शुरू किया। घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए उसी दौरान गणेश ने 10 परसेंट पर ब्याज लिया। उसी पैसे को चुकाने के लिए दूसरे से उधार लिया और कर्ज में डूबते गए।
इसके बाद सूदखोर हम पर लगातार दबाव बनाकर वसूली करने आते थे। कर्ज चुकाने के लिए हमें हमारा पुश्तैनी मकान बेचना पड़ा। इन्हीं संकटों के बीच लॉकडाउन आ गया और स्थिति ज्यादा बदतर हो गई। लॉकडाउन के बाद गणेश को फिर कर्ज लेना पड़ा और इसी के जाल में हम उलझते गए। तीन महीने पहले गणेश चाय बेचने निकलते तो सूदखोर रास्ते में रोककर पैसा छीन लेते। घर आकर गाली-गलौज करते और डराते धमकाते।
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नहीं धमकियों से परेशान होकर 12 जनवरी को गणेश में जहर पी लिया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। तबीयत ठीक होने पर उनकी अस्पताल से छुट्टी करा ली गई लेकिन 19 फरवरी को फिर उनकी हालत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत फिर से अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। मरने से पहले गणेश ने पुलिस को 11 लोगों के नाम बताए थे। यह सभी लोग मजदूर वर्ग के लोगों को भारी भरकम ब्याज पर पैसा उधार देते थे और नहीं चुकाने पर डबल पेनल्टी वसूलते थे।