एक मैसेज और इंदौर के पास मिली रुपाली के फोन की लोकेशन ने खोला नेमावर हत्याकांड का राज

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देवास: देवास जिले के नेमावर में हुए जघन्न हत्याकांड के खुलासे के बाद गांव राजनीति का अड्डा बन गया है। 10 फीट गहरे गड्ढे में दफ़न लाशों को जब बहर निकाला गया तो सनसनी फ़ैल गई। अब इस मामले को लेकर उच्चस्तरीय जांच की भी मांग की जा रही है। हालांकि, इस जघन्य हत्याकांड के आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने की बहुत कोशिश की लेकिन पुलिस की सुझबुझ के आगे फ़ैल हो गए और बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

जानें पूरी कहानी

11 मई को जब कोरोना अपने प्रचंड दौर में था और रोज सैकड़ों शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा था, तब नेमावर में रहने वाले सुरेंद्र सिंह चौहान और रुपाली के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। इससे कुछ दिन पहले ही सुरेंद्र का किसी और लड़की से रिश्ता तय हो गया था, जिसके चलते रुपाली नाराज थी और दोनों के बीच झगडा चल रहा था।

11 मई को सुरेंद्र को जन्मदिन के दिन भी रुपाली के साथ उसका झगडा हुआ, जिसके बाद रुपाली ने फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाई और सुरेंद्र की मंगेतर की फोटो उसके मोबाइल नंबर के साथ उसपर अपलोड कर दी। इसके बाद सुरेंद्र की मंगेतर को फोन आने लगे। जब इसकी जानकारी सुरेंद्र को लगी तो उसने रुपाली से बदला लेने की सोची और हत्याकांड की साजिश रच डाली।

13 मई की रात उसने रुपाली को फोन कर खेत में मिलने बुलाया और उसकी हत्या कर दी। इसके बाद रुपाली की मां, बहन और चचेरे भाई को भी बेरहमी से मार दिया और पाँचों के शव खेत में ही 10 फीट गड्ढा कर गाढ़ दिए। शव जल्दी गल जाए इसके लिए खात और नमक भी डाल दिया गया था।

इंदौर के पास मिली फोन की लोकेशन ने खोला राज

हत्या के बाद आरोपी पुलिस ने बचने का उपाय खोजने लगे। इधर, बाहर नौकरी करने वाले रुपाली के भाई संतोष और बहन भारती का परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा था। दो दिन बीतने के बाद संतोष और भारती घर आ गए, तो उन्हें घर पर भी कोई नहीं मिला। दोनों ने परिजनों की गुमशुदगी की शिकायत पुलिस में की।

पुलिस आरोपियों की तलाश कर ही रही थी कि इसी बीच भारती के पास रुपाली के फोन से मैसेज आया। इस मैसेज में भारती से कहा गया कि वह रूपाली और घरवालों की तलाश न करें। मैसेज में साफ लिखा कि रूपाली ने शादी कर ली है और वह बहुत खुश है। इस मैसेज पर रूपाली की बहन भारती को शक हुआ तो भारती ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

पुलिस ने फोन की लोकेशन ट्रेस करना शुरू कर दी। पुलिस को लोकेशन लगातार बदलती दिखाई दे रही थी। पुलिस को शक उस समय हुआ जब रुपाली के फोन की लोकेशन इंदौर के पास चोरल डैम पर दिखी। पुलिस को इसलिए शक हुआ क्योकि कोई घरवालों से छिपने की कोशिश कर रहा है तो वह पिकनिक स्पॉट पर क्यों जाएगा। इसके बाद पुलिस को शक हुआ कि कोई जांच को भटकाने का प्रयास कर रहा है।

शक के आधार पर पुलिस ने सुरेंद्र के एक दोस्त को हिरासत में लिया। इस दौरान जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सच य्गल दिया। इसके बाद पुलिस के सामने पूरे हत्याकांड का राज खुल गया। पुलिस ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुरेंद्र, उसके भाई वीरेंद्र, विवेक तिवारी, मनोज, करण, राजकुमार और राकेश को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही खेत पर पहुंचकर लाशों को भी निकाल लिया है।

 

 

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