पुलिस सेवा में 32 साल के शानदार करियर के बाद रिटायर हुए आईपीएस अफसर मनोज शर्मा

0
290

इंदौर।  पुलिस सेवा में 32 साल के शानदार कैरियर के बाद भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी चंबल रेंज के आईजी श्री मनोज शर्मा आज रिटायर हो गए। ‌ अपने लंबे करियर में बेदाग, कर्तव्यनिष्ठ और अपनी जिम्मेदारी के प्रति बेहद इमानदार रहे शर्मा की गिनती पुलिस के उन अफसरों में होती है जो जिस पद पर रहे उसे एक नई ऊंचाई दी। पुलिस सेवा में आने के पहले 2 वर्ष उन्होंने अध्यापन का कार्य भी किया। ‌‌

1989 में मुझे पुलिस सेवा के अवसर के रूप में अपने करियर की शुरुआत करने वाले श्री शर्मा डीएसपी और सीएसपी के रूप में बैतूल राजगढ़ जबलपुर तथा भोपाल में पदस्थ रहे। ‌ भारतीय पुलिस सेवा में पदोन्नति के बाद वे कटनी खंडवा और मंदसौर में एस पी रहे। पुलिस की सबसे महत्वपूर्ण माने जाने वाली विशेष शाखा के कामकाज पर उनकी जबरदस्त पकड़ रही और यही कारण है कि अपने लंबे सेवाकाल में कई साल उन्होंने इस ब्रांच में अलग-अलग पदों पर कार्य करते रहते हुए गुजारे। एसटीएफ के एआईजी के रूप में आपने प्रतिबंधित सिमी संगठन के 13 सदस्यों को मार गिराने में अहम भूमिका निभाई इसी तरह राष्ट्रीय राजमार्गों पर वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोहों के सफाई की रणनीति भी आपने ही बनाई थी। दोनों कार्यों के लिए आपको दो अलग-अलग बार मुख्यमंत्री ने विशेष सम्मान के रूप में रिवाल्वर से सम्मानित किया था। सराहनीय सेवाओं के लिए 2009 में आपको राष्ट्रपति के पुलिस पदक से भी अलंकृत किया गया।

2000 से 2003 के बीच पुलिस मुख्यालय में एआईजी के रूप में अपनी पदस्थापना के दौरान श्री शर्मा डीजीपी के स्टाफ ऑफिसर तथा गृह मंत्री के ओएसडी की भूमिका भी निभा चुके हैं। पुलिस मुख्यालय की खुफिया शाखा में वे एआईजी, डीआईजी और आईजी के रूप में अलग-अलग दायित्व में रहे। ‌ डीआईजी पद पर पदोन्नति के बाद श्री शर्मा की विशेष शाखा व काउंटर इंटेलिजेंस में रहे। वे 4 साल यहां पदस्थ रहे और इसी दौरान 2018 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव हुए। यह दौर विशेष शाखा के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। ‌  2020 में आई जी के रूप में पदोन्नति आने के बाद आपने विशेष शाखा में आईजी कानून व्यवस्था का दायित्व संभाला।

जून 2020 में चंबल रेंज का आईजी बनाए जाने के बाद श्री शर्मा ने अवैध शराब और रेत माफिया पर शिकंजा कसा और इस काम में लगे लोगों को काम का समेटना पड़ा। मुरैना, भिंड, श्योपुर और दतिया जिलों में अनेक आपराधिक तत्व का सफाया हुआ। पुलिस की छवि निष्पक्ष और जनता के प्रति जवाबदेह के रूप में सामने आती। अक्टूबर 2020 में संपन्न विधानसभा उपचुनाव के दौरान इस रेंज के जिलों में कानून और व्यवस्था के मोर्चे पर पुलिस ने बहुत ही असरकारक ढंग से काम किया। बड़े अपराधियों की धरपकड़, अवैध शराब पकड़ने और हथियारों के कारोबार में लिप्त लोगों पर रिकॉर्ड तोड़ कार्रवाई इस दौर में हुई। police

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here