जयपुर: स्कूल पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए 10वीं की छात्रा ने आत्महत्या कर ली है। उसने स्कूल में ही बैठकर सुसाइड नोट लिखा था और अपनी सहेलियों को पढ़ाया था। हालांकि, उनके समझाने पर उसने सुसाइड नोट फाड़ दिया था। इधर, परिवार का आरोप है कि स्कूल में उसे टॉर्चर किया जाता था, जिससे वह परेशान रहती थी। परिजन स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। मामला राजस्थान के जयपुर का है।
ये भी पढ़ें- बैंक मैनेजर पत्नी को दहेज़ के लिए प्रताड़ित करता था डॉक्टर पति, घर से निकाला
प्रिंस रेजीडेंसी हायर सेकेंडरी स्कूल की लव्या शर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। उसके माता-पिता प्राइवेट जॉब करते हैं और भाई फर्स्ट इयर में हैं। बुधवार को लव्या का भाई शाम को जब जिम गया तो वह फंदे से झूल गई। लव्या की सहेली शाम को उसके घर पहुंची तो उसे ढूंढती हुई, कमरे में पहुंची तो देखा कि लव्या फंदे से लटकी हुई है। उसने पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी।
पड़ोसियों ने लव्या के माता-पिता को इसकी जानकारी दी। उसे फंदे से उतारकर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने बेटी को मानसिक और शारीरिक टॉर्चर किया जा रहा था। वहीं, उसकी सहेली ने बताया कि, बुधवार को लव्या आत्म’हत्या करने के लिए बोल रही थी। उसने सुसाइड नोट भी लिखा था और पढ़ाया भी था।
ये भी पढ़ें- चोरी के शक में बच्चे को खंभे से बांधा, पुजारी ने की पिटाई
सुसाइड नोट में उसने लिखा था कि ‘स्कूल में उसे कोई प्यार नहीं करता, कोई उसके पास नहीं बैठना चाहता। सोनू मैम और प्रिंसिपल मैम भी उसे पसंद नहीं करती। स्कूल में उसे बेइज्जत किया जाता है।’ उसने लव्या को सुसाइड करने से मना किया और सुसाइड नोट फाड़ दिया था। लव्या ने बोला था- किसी को मत बताना।
लव्या की मां ने बताया कि 4 सितंबर की एक्स्ट्रा क्लास थी। उसे उसकी मां ने जाने से मना किया था लेकिन उसका कहना था कि नहीं जाउंगी को पनिशमेंट मिलेगी। लव्या की मां ने बताया कि बेटी कहती थी मम्मा टीचर मुझे रिसेप्शन पर ही रोक देते हैं। मैम के पास जाने ही नहीं देते। लास्ट टाइम उसे ऐसी क्लासरूम में बैठा रखा था, जिसमें पंखा नहीं, वेंटिलेशन नहीं। आए दिन स्कूल में उसकी तबीयत खराब हो जाती थी।