इंदौर: इंदौर ने सनसनीखेज वारदात हुई है। यहां एक सिरफिरे प्रेमी ने युवती और उसके भाई पर गोली चलाकर उनकी जान ले ली। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी ने खुद को भी गोली मार ली और अपनी जान ले ली। इस हत्याकांड ने सभी को हैरान कर के रख दिया है। पुलिस को जब इस बात की जानकारी लगी तो मौके पर पहुंच कर तीनों शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया गया है।
सनकी आशिक का नाम अभिषेक यादव बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, अभिषेक अवैध पिस्तौल लेकर हत्याकांड को अंजाम देने पहुंचा था। उसने पहले युवती स्नेहा जाट और और उसके दीपक जाट को गोली मारी और फिर खुद को भी गोली मार कर अपनी जान ले ली।
आरोपी अभिषेक ने खुद को गोली मारने से पहले कई लोगों को एक मैसेज भेजा था। जिसमें उसने लिखा था, – ‘मैं आप सबको स्नेहा और मेरे बारे में बताने जा रहा हूं तो आप मैसेज को ध्यान से पढ़ना। मैं जो भी बोलूंगा आपको उसका स्क्रीनशॉट का प्रूफ भी दूंगा । स्नेहा और मै दिसंबर 2019 में रिलेशनशिप में आए। जब रिलेशन में आए तो मैंने स्नेहा को मना किया था की मैं शादी नहीं करूंगा। ऐसे ही रिलेशनशिप में रहना है तो रह सकते है। वरना कोई बात नहीं लेकिन उसने कहा नहीं, अगर शादी करो तो ही रिलेशनशिप में रहूंगी वरना नहीं रहूंगी। उसके बाद हमारी कुछ दिनों तक बाते बंद रही।
कुछ दिनों बाद स्नेहा ने कहा, ठीक है शादी नही करेंगे अपन रिलेशनशिप को आगे बढ़ाते है। मैने कहा ठीक है उस टाइम हमारी ज्यादा बात नहीं हुआ करती थी। उसके बाद लॉकडाउन लग गया और हमारी बाते ज्यादा से ज्यादा होने लगी। दिनभर एक–दूसरे से बात किया करते थे, जिससे हमारे बीच प्यार बढ़ गया और एक दूसरे से ज्यादा आटेचमेंट हो गया ।
उसके बाद लॉकडाउन खुला और हमारा मिलना–जुलना स्टार्ट हो गया। स्टार्टिंग में हम लोग रीजनल पार्क या कैफे में मिला करते थे। स्नेहा मेरे लिए हमेशा कुछ न कुछ गिफ्ट लेकर आया करती थी और मुझसे कुछ भी गिफ्ट नही लेती थी। कहती थी मैं घर नही ले जा सकती हूं।
मिलना–जुलना चलता रहा हमारा तो हमारे बीच नजदीकियां बढ़ने लगी तो हम दोनो ने डिसाइड किया कि प्राइवेट होटल या रूम में मिलते है। मैने भोलाराम मार्ग पर एक होटल में रूम बुक किया और हम वहा पर मिले। रूम में हमारे बीच फिजिकल रिलेशन भी बने। शारीरिक संबंध बनाने के बाद हमारे बीच प्यार और ज्यादा बढ़ गया।
उसके बाद स्नेहा मुझ पर शादी करने का दवाब बनाने लगी। कहने लगी अब मेरे साथ सब कुछ कर लिया तो मुझसे शादी करनी पड़ेगी, नही की तो मैं मर जाऊंगी, ऐसा कर लूंगी वैसा कर लूंगी। मैंने कहा कि अपनी कास्ट अलग है, शादी नही हो पाएगी और घर वाले नही मानेंगे।
पर स्नेहा जिद पर अड़ गई और कहने लगी ऐसे तो आप मुझे छोड़ दोगेकभी भी। आपने सब कुछ कर लिया मेरे साथ इसलिए मुझे शादी करनी है। चलो मंदिर में नही तो आप मेरा मरा हुआ मुंह देखोगे। मुझे छोड़ दिया तो मैं आपके घर आ जाऊंगी। मैं उस टाइम डर गया और मंदिर में जाकर हम दोनो ने शादी कर ली।
शादी करने के बाद वो मुझे हसबैंड की तरह बात करने लगी ।मुझे प्यार से हबी बोलने लगी। सुबह उठते से ही मुझे टेक्स्ट मैसेज करने लगी। गुड मॉर्निंग हबी । वो मुझे अपना हसबैंड मानने लगी और मेरी हसबैंड की तरह मेरी केयर करनी लगी। उसके केयर करने से मेरे अंदर भी उसके लिए फीलिंग्स आने लगी । उसके बाद हम दोनो महीने में 5 से 6 बार होटल में मिलने लगे और बाकी के टाइम हम इंदौर के आस पास घुमा करते थे।
एक दिन हम लोग देवास दर्शन करने गए तो वहां पर स्नेहा कहने लगी कि माताजी के सामने मेरी मांग में सिन्दूर भरो। मैंने कहा एक बार मंदिर में शादी कर ली फिर अब क्यों तो कहनी लगी यही की बात अलग है। मांग में सिन्दूर भरो वरना मैं कुछ कर लूंगी तो फिर मेने माताजी के सामने उसकी मांग में सिंदूर भर दिया। एसे करके हमारी 2 बार शादी हो गई ।
स्नेहा मेरे लिए फिर सारे उपवास करने लगी जो एक पत्नी आपने पति के लिए करती है। सारे सावन सोमवार का उपवास करने लगी उसके बाद हर साल करवा चौथ का उपवास करने लगी। हमारा रिलेशन बहुत मजबूत हो गया और हम दोनो बहुत हसीं खुशी से एक दूसरे के साथ रहने लगे। उसके बाद स्नेहा कहने लगी कि कोर्ट मैरिज कर लेते अपन। मैने माना किया कि नही अपन ऐसा नही करेंगे तो कहने लगी कर लेते अपन कोर्ट मैरिज कभी घर वाले नही माने तो आप बता देंगे कि हमने कोर्ट मैरिज कर ली है और कभी मन गए तो नही बताएंगे पर मैं उसको जैसे तैसे समझाया उसको।
हम दोनों की बॉन्डिंग बहुत ज्यादा अच्छी हो गई। हम डेली मिला करते थे। स्नेहा मेरी ज्यादा केयर करती थी। हसबैंड के जैसे ट्रीट करती थी । रोज जब भी बात होती तो शादी की बात किया करती थी कि अपन शादी के बाद एसा करेंगे वैसा करेंगे, यहां घूमने चलेंगे, वहा घूमने चलेंगे, हनीमून पर यह जायेंगे, ऐसा करेंगे शादी के बाद के सपने दिखाने लगी। रोज रोज यही बाते करने से मेरे मन में भी कही न कही उसके जैसे ही फीलिंग आने लगी। मतलब मैं भी उसको अपनी वाइफ मानने लगा और सपने देखने लगा कि स्नेहा सही बोल रही अपन ऐसा ही करेंगे ।
कहने लगी कभी तुमने अब मुझे छोड़ दिया तो मैं उसी दिन मर जाऊंगी। मैंने कहा मैं तो नही छोडूंगा तेरा पता नही । सब कुछ अच्छा चल रहा था हमरा रिलेशन 500 से 550 बार हमारे बीच शारीरिक संबंध बने। कभी होटल में या फिर दोस्तो के फ्लैट पर। फिर स्नेहा के कहने पर मैंने एक पर्सनल रूम रेंट से लिया वहा पर मिलने लगे।
स्नेहा हमेशा उसके घर के बारे में बात किया करती थी। सब कुछ बताया करती थी। उसके घर के बारे में हर एक बात शेयर करती थी। उसके पापा के बारे में उसकी मम्मी के बारे में उसकी दीदी के बारे में सब कुछ बताया था। हमारा रिलेशन बहुत अच्छा चल रहा था सब कुछ ठीक था। हसीं खुशी दोनो बहुत ज्यादा अच्छे से रहते थे बहुत घूमते थे हम लोग। 12 से 13 बार हम लोग उज्जैन घूम कर 7 से 8 बार देवास, महेश्वर, आस पास के सारे वाटरफॉल इंदौर की ऐसी कोई जगह नहीं जहा पर हम दोनो गए न हो। फिर हम दोनो के बीच कोई तीसरा इंसान आ जाता है।’