लखनऊ। नृशंस हत्या का यह मामला उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले का है। यहां 11 साल के बच्चे का शव 11 टुकड़ों में नाले के पास आज पड़ा मिला। शव की पहचान कपड़ों से हुई है। बच्चे का शव मिलने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने चारों तरफ बिखरे पड़े टुकड़ों को समेटकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की ढिलाई की वजह से ही बच्चे की जान गई है।
मामला उत्तरप्रदेश के हमीरपुर जिले के भरुआ सुमेरपुर थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक, कमरुद्दीन का 11 साल का बेटा सुब्बी 30 अगस्त की सुबह से लापता था। परिजनों ने सारा दिन खोजबीन की, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला।परिजनों ने सुब्बी की गुमशुदगी की सूचना थाने में दी थी और बसंत नगर निवासी माइकल वर्मा और सूरज खंगार के ऊपर सुब्बी को गायब करने का शक जाहिर किया गया था।
माइकल और सूरज भी गायब बताए जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने इस सूचना पर बहुत ज्यादा गौर नहीं किया। बुधवार की सुबह क्षेत्र के नाले के पास मानव अंगों के बिखरे होने की खबर मिलने पर सुब्बी के परिजन मौके पर पहुंच गए। आसपास के इलाके में चारों तरफ बच्चे के शरीर के टुकड़े बिखरे हुए थे। कपड़े देखकर परिजनों ने शिनाख्त की ।बच्चे के शव को देख चीख-पुकार मच गई।
पुलिस ने घटना स्थल पर बिखरे पड़े शव के टुकड़ों को समेटकर पोस्टमॉर्टम को भेज दिया है। फील्ड यूनिट ने भी घटना स्थल पर साक्ष्य जुटाएं हैं। मृतक के पिता कमरुद्दीन और बड़े भाई जुम्मन खां का कहना है कि कल ही दो युवकों पर बच्चे को गायब करने का शक पुलिस के सामने जाहिर किया था, लेकिन कल सारा दिन पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ का कोई प्रयास नहीं किया। वहीं, सुमेरपुर थाना पुलिस ने बताया कि परिजन की तरफ से दिए गए बयान के आधार पर दो युवकों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कराई जा रही है।