इंदौर इंदौर में एक पिता ने अपनी नवजात बेटी को झाड़ियां में फेंक दिया। उसका कहना है कि दूसरी बेटी होने पर परिवार उसे ताने देता था। मां को जब बेटी कमरे में नहीं मिली तो उसने पुलिस में शिकायत की। पति ने फोन नहीं उठाया तो उस पर शक गहराया। इसके बाद पूछताछ की गई तो पूरी कहानी सामने आई।
पुलिस के मुताबिक रोहित यादव निजी कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करता था। कुछ दिनों पहले उसकी पत्नी ने बेटी को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद पत्नी अपने मायके आई हुई थी। रोहित हर दिन वहां आया जाया करता था। इसी बीच एक दिन मौका पाकर वह बच्ची को झोले में भरकर ले गया।
पत्नी जब कमरे में आई तो उसे अपनी 18 दिन की नवजात बेटी माही दिखाई नहीं दी। इस पर उसने पति को कई बार कॉल किए लेकिन उसने जवाब नहीं दिया। इस पर उसने पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परिवार के लोगों से पूछताछ की। रोहित पर शक होने पर सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने बताया कि वह परिवार के तानों से तंग आ गया था इसलिए उसने निर्माणधीन जेल के पास बेटी को झोले में भरकर फेंक दिया। हालांकि पुलिस नवजात को बड़ा मत कर मां को सौंप दिया है।