ग्वालियर: ग्वालियर के भितरवार से अपहत एक 17 वर्षीय किशाेर का शव मिलने से हंगामा मच गया। पुलिस ने बीती रात मणिखेड़ा इलाके से किशोर के शव को बरामद किया है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर गुमशुदगी दर्ज की थी, लेकिन बाद में जब पांच लाख की फिराैती के लिए किशोर के घरवालों के पास फाेन पहुंचा ताे मामला अपहरण में तब्दील हाे गया था ।हत्या और अपहरण की वारदात को अंजाम देने वाला और कोई नही बल्कि किशोर का जीजा ही निकला। दरअसल बिजली कंपनी से मिलने वाली क्लेम की राशि के कारण आरोपी ने यह घटना को अंजाम दिया।
ग्वालियर के भितरवार के रहने वाले 17 साल के किशोर पुष्पेंद्र रावत मंगलवार की शाम लगभग 5 बजे घर के बाहर से कहीं लापता हो गया था। जिस के संबंध में परिजनों ने पुलिस थाने पहुंचकर युवक के लापता होने का मामला दर्ज कराया था। वहीं युवक के परिजनों ने शंका के आधार पर युवक के अपहरण की आशंका जताते हुए बताया है कि हमारा एकलौता पुत्र अपने जीजा के साथ देखा गया है।
इसके बाद जब अपह्त किशाेर के लिए पांच लाख की फिराैती मांगी गई ताे मामला अपहरण में बदल गया। घटना की गंभीरता काे देखते हुए पुलिस ने किशाेर की तलाश तेज कर दी थी। इसी दाैरान पुलिस काे बीती रात काे मणिखेड़ा इलाके में एक किशाेर का शव मिलने की जानकारी मिली। पड़ताल करने पर शव पुष्पेंद्र का निकला।
दरअसल मृतक पुष्पेंद्र का दादा बिजली विभाग में काम करता था। उसकी करंट लगने के कारण मौत हो गई थी, जिसके क्लेम के रूप में 15 लाख रुपये पुष्पेंद्र के खाते में आए थे जबकि 9 लाख और आने वाले थे। जीजा साले अच्छे दोस्त थे इसलिए मृतक ने जीजा को सब बता रखा था। आरोपी मृतक के बुआ का दामाद है। आरोपी के मन में रुपयों का लालच आया और उसने पहले अपने साले का अपहरण किया फिर उसकी हत्या कर दी। पूछताछ में आरोपी ने कहा कि वो टीवी पर क्राइम सीरियल देखता वही से उसे अपराध का आइडिया आया। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।