जबलपुर: जमानत में जज के विपरीत टिप्पणी जबलपुर हाईकोर्ट में एक वकील ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, जिसके बाद साथी वकीलों ने जमकर हंगामा किया। बताया जा रहा है कि रेप के आरोपी पुलिस अफसर संदीप अयाची की जमानत के मामले में वकील अनुराग साहू की हाईकोर्ट में जज संजय द्विवेदी की कोर्ट में सुनवाई हुई थी। इस दौरान कोर्ट में लगे लेटर बाॅक्स में किसी ने इस केस से जुड़े मामले के तथ्यों को लेकर चिट्ठी डाली थी।
इस मामले में अनुराग साहू ने कोर्ट से जांच की मांग की थी। इस दौरान रेप पीड़िता की ओर से पैरवी कर रहे एडवोकेट मनीष ने किया था। इससे एडवोकेट अनुराग खफा हो गए और काेर्ट में ही जज के सामने उन्होंने लेटर बाक्स में चिट्ठी छोड़ने के मामले की जांच नहीं होने पर सुसाइड की बात कही।
इस पर रेप पीड़िता के वकील ने लेटर बॉक्स मामले की जांच का विरोध किया और एडवोकेट अनुराग साहू को सुसाइड करने के लिए कहा। ये सबकुछ जज संजय द्विवेदी की मौजूदगी में हुआ लेकिन वह चुप रहे। इससे नाराज वकील अनुराग साहू ने फांसी लगाकर जान दे दी। खबर मिलते ही साथी वकील अनुराग साहू का शव लेकर हाईकोर्ट पहुंचे और जमकर हंगामा किया।
हाईकोर्ट में धरना देने के साथ ही वकीलों ने चीफ जस्टिस की कोर्ट में तोड़फोड़ कर दी। इस हंगामे के दौरान वकीलों की सुरक्षा अधिकारीयों से भी झड़प हो गई। वकीलों के प्रदर्शन को देखते हुए STF ने मोर्चा संभाला है।