नई दिल्ली: सीबीआई की कमान आईपीएस ऑफिसर सुबोध जायसवाल को सौंपी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठाकों के बाद सुबोध जायसवाल के नाम पर सीबीआई चीफ के तौर पर मुहर लग गई है। सीबीआई डायरेक्टर के तौर पर उनका कार्यकाल दो साल का होगा।
सीबीआई का नया बॉस चुनने के लिए 90 मिनट तक चली बैठक में अंतिम रूप से सुबोध जायसवाल, केआर चंद्रा और वीकेएस कौमुदी के नाम पर सहमति बनी। मंगलवार को नए सीबीआई चीफ के तौर पर सुबोध जायसवाल के नाम पर मुहर लग गई। इससे पहले वो डीजी सीआईएसएफ थे।
1985 बैच के आईपीएस अधिकारी सुबोध जायसवाल महाराष्ट्र एटीएस के चीफ रह चुके हैं और मुंबई पुलिस कमिश्नर का भी पदभार संभाल चुके है। उन्होंने एक दशक से अधिक समय तक इंटेलिजेंस ब्यूरो, SPG और रॉ के साथ भी काम किया है।
सुबोध जायसवाल तेलगी घोटाले में अपनी जांच के बाद सुर्खियों में आए थे. उस वक्त वह स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स का नेतृत्व कर रहे थे। नए सीबीआई डायरेक्टर ने महाराष्ट्र एटीएस का नेतृत्व करते हुए कई आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी काम किया है। सुबोध जायसवाल को उनकी साफ छवि और गैर-भ्रष्ट अधिकारी के रूप में जाना जाता है. उन्हें 2009 में उनकी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था।