नई दिल्ली: अयोध्या में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पद पर तैनात आईएएस ऑफिसर प्रशांत नागर ने सादगी की ऐसी मिसाल पेश की है, जिसकी चर्चा दिल्ली से यूपी तक हो रही है। उन्होंने बिना दहेज़ लिए दिल्ली की रहने वाली मनीषा से शादी की है। इस शादी में मात्र 11 ही मेहमान शामिल हुए थे। शगुन के तौर पर उन्होंने मात्र 101 रूपये लिए।
प्रशांत नागर बेहद मिलनसार व सादगी पूर्ण जीवन व्यतीत करने वाले अफसर हैं। प्रशांत नागर ने बताया कि बचपन में अपने पिता रंजीत नागर द्वारा एक सगी बहन व दो चचेरी बहनों की शादी के दौरान घर में दहेज की चर्चाएं हुआ करती थीं। हमारी बहनों की शादी भी बिना दहेज के ही हुई है। तभी हमने भी दहेज रहित विवाह करने का संकल्प ले लिया था।
वहीं वादा निभाते हुए दहेज रहित विवाह कराया और अपने ससुर रमेश भंडारी ने भी सादगी से जीवन और दहेज न देने के विचारों का सम्मान किया। नागर इसके पहले सोहावल के बीडीओ रह चुके हैं। इस शादी में आईएएस प्रशांत नगर ने कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया और बरात में घरवालों के सहित 11 बाराती शामिल हुए।
आईएएस प्रशांत नागर के इस संकल्प और सादगी भरे वैवाहिक समारोह की लोगों में खूब चर्चा है। जागरूक समाज के लोग जगह-जगह आईएएस अफसर के इस निर्णय की चर्चा करते हुए समाज में बदलाव लाने के लिए ऐसे लोगों की जरूरत बता रहे हैं।