इंदौर। रविवार रात खरगोन जिले के भीकनगांव में अपने सरकारी आवास में फांसी के फंदे पर लटके मिले जनपद पंचायत के सीईओ राजेश बाहेती के बेटे का कहना है कि उनके पिता ने आत्महत्या नहीं की है उनकी हत्या हुई है। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह 3 जुलाई को इंदौर में मुख्यमंत्री के सामने अपनी बात रखेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए।
गुरुवार को माहेश्वरी समाज के लोगों के साथ डीआईजी से मिलने पहुंचे दिवंगत सीईओ के बेटे ऋषि ने उनके सामने कई तथ्य रखे और कहा इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होना चाहिए। इधर इस मामले में भीकनगांव जनपद अध्यक्ष के प्रति ताराचंद खतवासे और उपाध्यक्ष दुलीचंद बांके को गिरफ्तार किए जाने के बाद कई और चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक कुछ दिन पहले भाजपा के कुछ नेताओं ने एक नेता पुत्र की मौजूदगी में अपर वेदा गेस्ट हाउस में बाहेती को तलब कर जमकर प्रताड़ित किया था। घटना से वे बेहद आहत थे और अपमानित महसूस कर रहे थे उन्होंने अपने कुछ नजदीकी लोगों से इस घटनाक्रम का खुलासा भी किया था। लोगों का कहना है कि सुसाइड नोट में भाजपा के कुछ और नेताओं के भी नाम है लेकिन राजनीतिक प्रभाव के चलते पुलिस अभी उन पर हाथ नहीं डाल रही है । इस मामले में भाजपा की गुटबाजी भी खुलकर सामने आ गई पार्टी का एक धड़ा चाहता है कि जिन लोगों के कारण बाहेती ने सुसाइड किया उन पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए जबकि दूसरा धड़ा इन लोगों को बचाने में लगा हुआ है।
बताया जा रहा है कि भीकनगांव में निर्माण कार्य से जुड़े विभाग के अफसरों से भाजपा के कुछ नेता जमकर पैसों की वसूली करते हैं। यह लोग अफसरों से हर काम में कमीशन मांगते हैं और इस बात के लिए दबाव बनाते हैं कि उनकी पसंद के ठेकेदार से ही काम कराए जाए। इसके लिए वे अक्सर अफसरों को प्रताड़ित करते हैं बाहेती से भी उनका विवाद इसी बात को लेकर था।
भीकनगांव टी आई जगदीश गोयल के मुताबिक बाहेती का जो सुसाइड नोट मिला है उसकी जांच फॉरेंसिक एक्सपर्ट से करवाई जाएगी ताकि यह पुष्टि हो सकेगी सुसाइड नोट उन्हीं के द्वारा लिखा गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी और जांच के आधार पर जिसे भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।