खंडवा। अनाज मंडी के लाइसेंस के लिए गल्ला व्यापारी से 13 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने पंधाना कृषि उपज मंडी में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक सुनील वास्कले को गिरफ्तार किया है। मंगलवार सुबह 10 बजे लोकायुक्त डीएसपी मुकेश कुमार बघेल के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई की। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम अधिनियम की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है। लोकायुक्त पुलिस द्वारा आरोपित से रिश्वत की रकम बरामद कर बयान दर्ज कर पंचनामा कार्रवाई की जा रही है।
ASI सुनिल वास्कले को इसमें से 5 हजार रुपए मंडी सचिव को देना थे। लोकायुक्त ने 3 सहायक उपनिरीक्षकों पर केस दर्ज किया है। लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण कुमार बघेल के मुताबिक, गल्ला व्यापारी महेंद्र अग्रवाल निवासी बाेरगांव बुजुर्ग की शिकायत पर कार्रवाई की है।
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फरियादी ने शिकायत में बताया कि, शासन द्वारा निर्धारित नियमों के आधार पर व्यापारियों को वर्ष 2020 में उनके स्थान से कृषि उपज क्रय हेतु क्रय केंद्र के मंडी लाइसेंस दिए गए थे, जिसकी समयावधि निर्धारित नहीं थी। जिस पर उनके द्वारा कृषि उपज क्रय कर मंडी टैक्स भी चुकाया गया था। पोर्टल 31 जून 2020 को बिना सूचना के बंद हो जाने से उनका कुछ कृषि उपज विक्रय हेतु रह गया था। फिर दोबारा मंडी शुल्क जमा कर उपज विक्रय की।
कृषि उपज मंडी के तीनों सहायक उपनिरीक्षकों ने गाेदाम का स्टॉक चेक किया। इस दौरान 141 क्विंटल मक्का अतिरिक्त मिला। जिसके लिए सहायक उप निरीक्षकों द्वारा रिश्वत के रूप में 80 हजार रुपए मांगे गए। जिसकी सूचना लोकायुक्त एसपी इंदौर को दी। बातचीत के दौरान 15 हजार में लेनदेन तय हुआ। एएसआई को तीन-तीन हजार व मंडी सचिव को 5 हजार रुपए देना निर्धारित थे।