इंदौर: नकली एएसआई रवि सोलंकी के कांड में छोटू महाराज की एंट्री होते ही मामले ने अलग ही ट्रेक पकड़ लिया है। अब तक पुलिस को सिर्फ यही लग रहा था कि आरोपी रवि पुलिसवाला बनकर युवतियों से ठगी करता था लेकिन जैसे ही उसने पूछताछ में अपने साथी छोटू महाराज का नाम लिया कहानी ने एक अलग ही मोड़ ले लिया।
कौन है छोटू महाराज?
छोटू महाराज उर्फ सीमा और कोई नही बल्कि आदमी बन कर बाबा के गेटउप में रहने वाली एक ऐसी ठगौरी महिला है, जो बाबागिरी की आड़ में लंबे समय से अच्छा पैसा बना रही थी। वह बड़े पैमाने पर जमीनों पर कब्ज़ा भी करना चाहती थी।
इंदौर के आंबेडकर नगर में रहने वाली सिमा मिश्रा उर्फ छोटू महाराज लंबे समय तक यहीं रही। फिर उसकी क्षिप्रा गांव मे शादी हुई। शादी के बाद 2 बच्चे एक लड़का और एक लड़की है। दोनों बच्चों की शादी सीमा ने करवा दी है। बच्चों की शादी करवाने के बाद 50 वर्षीय सीमा अपने पति को छोड़ कर अलग रहने लगी।
2016 में उसे बाबागीरी का भूत चढ़ा। इंदौर के सुपर कोरिडोर के एक आश्रम में उसने आदमियों जैसा हुलिया बना लिया। वहां रहने वाले एक महाराज से दीक्षा ली और बस तभी से बन छोटू महाराज बन गई। यहां पर 5 सालों तक पुरुषों और बाबा के भेष में ही रह रही थी। साथ ही खुद को तंत्र मंत्र की बड़ी विद्वान ज्ञाता बताती रही।
इसी तरफ तंत्र साधना की आड़ में लोगो को बेवकूफ बनाने का धंधा चल पड़ाऔर बस एक के बाद एक शिकार मिलते गए उनसे लाखो की ठगी अब तक छोटू महाराज कर चुकी है। कुछ सालों पहले हीरानगर में एक पंजाब से आए हुए ज्योतिषी ने भी छोटू महाराज के कारण आत्महत्या कर ली थी। उसके बाद छोटू महाराज ने इंदौर और उज्जैन के आश्रमों पर कब्जा करना शुरू कर दिया। आरोपी रवि सोलंकी भी छोटू महाराज को शिकार ला कर देता था।
छोटू महाराज लोगो को प्रेत-बाधा आदि भय बैठाकर उनसे रुपये ऐंठती थी। छोटू महाराज के एक विष्णु नामक सहयोगी को भी विजय नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कई नामी लोगो के साथ और मंत्रियों के साथ भी छोटू महाराज के फ़ोटो है, जिन्हें दिखाकर वह लोगो मे अपना रोब जमाया करती थी। छोटू महाराज के कब्जे से 3 उल्लू भी पुलिस को मिले हैं। साथ ही और कई तंत्र साधना के रूप में काम आने वाले संसाधन को पुलिस ने जब्त किया है।