11 साल के मासूम की हत्या का पर्दाफाश, सोने के लॉकेट और बाली के लालच में पड़ोस में ही रहने वाले सगे मौसा ने की थी हत्या

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ग्वालियर: ग्वालियर में 9 जून को हुई 11 साल के मासूम अमित बघेल की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। अमित की हत्या पड़ोस में ही रहने वाले उसके सगे मौसा ने सोने का लॉकेट व बाली लूटने के लालच में कर दी थी।

घर से 9 जून को दोपहर में लापता हुए अमित की लाश अगले दिन एक पहाड़ी पर पत्थरों के नीचे दबी मिली थी और तभी से पुलिस इस हत्या की तह में जाने में लगी थी।

2 दिन पहले पुलिस ने हत्‍या की गुत्थी सुलझा ली । ग्वालियर एसपी अमित सांघी के मुताबिक अमित की हत्या उसके पड़ोस में रहने वाले मौसा धर्मेंद्र बघेल ने ही की थी. अमित सोने का लॉकेट और कान की बाली पहने था, उसी के लालच में मौसा ने उसकी जान ले ली।

ग्वालियर के गिरवाई थाना के अजयपुर में रहने वाला 11 साल का अमित 9 जून की दोपहर से लापता था. दूसरे दिन अमित की लाश पहाड़ी पर पत्थरों में दबी मिली थी. गिरवाई पुलिस ने मामले की जांच की तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ.

लॉकेट और बाली के कारण नियत खराब हुई

SP अमित सांघी ने बताया कि 9 जून को अमित जब घर के बाहर चबूतरे पर बैठा था, तभी उसका मौसा धर्मेंद्र आया और उसे आम तोड़ने के बहाने बुलाकर ले गया. दोनों वीरपुर के जंगल में पहुंच गए. अमित पेड़ के नीचे खड़ा था, उसी दौरान आरोपी धर्मेंद्र ने अमित के गले में बंधा सोने का लॉकेट तोड़ने के लिए पीछे खींचा. लॉकेट का धागा मज़बूत था इसलिए वो नहीं टूटा, लेकिन अमित बेहोश होकर नीचे गिर गया. अमित के बेहोश होने के बाद आरोपी धर्मेंद्र ने उसके कान से बाली निकाली और बच्चे को मृत समझकर उठाकर पहाड़ पर ले गया. वहां पत्थर से अमित के गले का धागा तोड़ कर सोने का लॉकेट निकाला. बच्चे को वहीं गढ्ढे में पटक दिया, उसके ऊपर भारी पत्थर से वार करने के बाद पत्थर रख दिए.

हत्यारा पुलिस के साथ ही जुटा था अमित की तलाश में

घटना के बाद आरोपी धर्मेंद्र सोने का लॉकेट और कान की बाली लेकर बाजार पहुंचा और 1800 रुपए में बेच डाले. शक न हो इसलिए 9 जून की शाम धर्मेंद्र भी अमित के परिवार वालों के साथ मिलकर बच्चे को तलाशने का नाटक करता रहा. 10 जून को जब बच्चे की लाश मिली तो धर्मेंद्र पुलिस कार्रवाई, पोस्टमार्टम से लेकर उसके अंतिम संस्कार तक में शामिल हुआ।

कड़ी पूछताछ में कबूली वारदात

गिरवाई पुलिस के सामने इस मामले की जांच चुनौती थी. दरअसल, अमित के पिता कल्याण सिंह बघेल की किसी से रंजिश नहीं थी. कोई सम्पत्ति या कोई पुराना लेनदेन का विवाद भी नहीं था. इसलिए सवाल यह था कि अखिर अमित की हत्या किसने की? इस मामले की जांच के दौरान पुलिस ने धर्मेंद्र से पूछा था कि घटना के वक्त वो कहां था? जब इस सवाल को पुलिस ने कई बार दोहराया तो धर्मेंद ने अपनी मौजूदगी अलग-अलग जगह बताई. शक हुआ तो पुलिस ने उसे थाने लाकर पूछताछ की. पुलिस की सख्ती के आगे वो टूट गया और उसने सच उगल दिया.

फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग करेगी पुलिस

SP अमित सांघी ने बताया इस मामले को सनसनीखेज प्रकरण की श्रेणी में रखा गया है. मासूम बच्चे की बेरहमी से हत्या के इस मामले में न्यायालय से जल्द सुनवाई का आग्रह किया जाएगा, ताकि आरोपी को सख्त सजा मिले. ग्वालियर IG अविनाश शर्मा ने इस मामले का खुलासा करने वाली गिरवाई थाना सहित पूरी जांच टीम को 25 हज़ार रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है.

 

 

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