इंदौर: इंदौर का एक चेन स्नेचर ने उज्जैन पुलिस की नाक में दम कर रखा था, जिसको पकड़ने के लिए खुद एसपी ने उज्जैन के कई थाना प्रभारियों को टास्क दिया और लुटेरे को पकड़ने वाले को 10 हज़ार इनाम देने की भी घोषणा की। इस टास्क को पूरा करते हुए उज्जैन की देवास गेट की महिला थाना प्रभारी राममूर्ति शाक्य और उनकी टीम ने बाजी मार ली। टीआई शाक्य ने अपनी सूझ बूझ से लुटेरे का पता लगाया। इस पर एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने खुद थाने जाकर उनकी तारीफ की और बधाई दी।
टीआई शाक्य ने बताया कि लुटेरे अधूरे नंबर प्लेट की गाड़ी से वारदात के अंजाम देते थे। इस पर एसपी ने अधूरे नंबर वाली उस सीरीज के करीब 17 गाड़ियों को ट्रेस कर उनकी सूची सभी थाना प्रभारियों को दी थी। इस सीरिज के एक नंबर की गाड़ी हिरामिल निवासी व्यक्ति की थी ।टीआई ने जब जवानों को भेजकर उस व्यक्ति से पूछताछ करवाई तो पता चला उसी नम्बर के सीरीज की गाड़ी उसने इंदौर के नन्दा नगर में रहने वाले जीजा ओमप्रकाश को फाइनेंस करवाई थी।
फिर टीआई शाक्य ने उस युवक के जीजा से बात की और गाड़ी नंबर का फोटो भेजने को कहा। जो फ़ोटो आया उसमे नंबर प्लेट तो पूरी थी लेकिन नंबर प्लेट के नीचे लगा एप्पल का स्टिकर गायब था, जो कि जान बूझकर निकाला हुआ लग रहा था। इसके बाद गाड़ी का फोटो और सीसीटीवी में आई बाइक का मिलान किया और दोबारा ओमप्रकाश से पूछा कि उनकी गाड़ी कौन चलाता है तो उन्होंने बताया कि उनका भतीजा सूरज उस गाड़ी को लेकर जाता है। एक दिन पहले ही वह उज्जैन जाने का बोलकर वह गाड़ी लेकर गया था।टीआई का शक यकीन में बदल गया उन्होंने जब सूरज के बारे में उसके चाचा से पूछताछ की तो पता चला कि उसका पूर्व में भी रिकॉर्ड है और वो कोई काम नही करता है बस युही इधर उधर घूमता है।
टीआई समझ गयी कि सूरज ही चेन स्नेचिंग का मास्टरमाइंड है। फिर टीआई शाक्य ने तत्काल सभी जुटाये हुए दस्तावेज फ़ोटो आदि की डिटेल्स एसपी और एएसपी को दी।दोनो ने थाने आकर टीआई को कहा-एक्सीलेंट।इसके बाद तुरंत एक टीम इंदौर भेजकर आरोपी सूरज को गिरफ्तार किया।मास्टरमाइंड सूरज के हाथ आते ही सारा मामला सामने आ गया।
टीआई ने बताया कि आरोपी सूरज इंदौर के परदेशीपुरा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसका एक साथी भी पाटनीपुरा क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।वही एक साथी उज्जैन के जीवाजीगंज का रहने वाला है।तीनो आरोपियों ने लंबे समय से उज्जैन में कई महिलाओं के साथ चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया है।एभी आरोपी नशे के आदि है।नशे ली लत को पूरा करने के लिए चेन लूटने की घटना को अंजाम देते थे।