कर्नाटक: कर्नाटक में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां एक दंपत्ति ब्लैक फंगस से इस कदर डर गई कि उन्होंने सुसाइड कर लिया। सुसाइड से पहले पति-पत्नी ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है। सुसाइड नोट में पति ने लिखा कि मेरी पत्नी मधुमेह की मरीज है, समाचार चैनलों ने दिखाया कि कोरोना से संक्रमित मधुमेह रोगी भी ब्लैक फंगस से संक्रमित होंगे और अपने अंगों को खो देंगे।
सुसाइड नोट में पति ने कहा कि हमने यह मान लिया कि इससे काफी कीमत चुकानी पड़ेगी और इसलिए हम खुदकुशी कर कर रहे हैं। मृतकों की पहचान रमेश और गुना आर सुवर्णा के रूप में हुई है। दोनों मैंगलोर के बैकम्पाद्यो के एक अपार्टमेंट में रह रहे थे। रमेश की पत्नी गुना सुवर्णा मधुमेह से पीड़ित थीं।
दरअसल, बीते एक सप्ताह में दोनों में कोरोना वायरस के लक्षण नजर आए। खुदखुशी से पहले पति-पत्नी ने शहर के पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार को एक ऑडियो मैसेज भी भेजा। इस ऑडियो मैसेज में दंपति ने बताया कि ब्लैक फंगस को लेकर वह डरे हैं, इसलिए उन्होंने अपने को ख़त्म करने का निर्णय लिया है। पुलिस कमिश्नर ने उनसे कोई भी जल्दबाजी में कदम न उठाने की अपील की।
कमिश्नर मीडिया समूहों के जरिए दंपति को तलाशने तथा उनकी जान बचाने की भी अपील की। जब पुलिस अपार्टमेंट में पहुंची तबतक दोनों सुसाइड कर चुके थे। डेथ नोट में कहा गया है कि गुना कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के कारण कभी बच्चा पैदा नहीं कर सकती और इसलिए लोगों के साथ घुलने-मिलने से बचती थी, क्योंकि वे उससे इसके बारे में पूछते थे। मैंने और मेरे पति ने तय किया है, हम शरण पंपवेल और सत्यजीत सुरथकल से हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार हमारा अंतिम संस्कार करने का अनुरोध करते हैं। हमने इसके लिए 1 लाख रुपये रखे हैं।
नोट में लिखा कि मैं पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार, शरण पंपवेल और सत्यजीत सुरथकल से हमारे अंतिम संस्कार में सहयोग करने की अपील करती हूं। घर का सामान गरीबों में बांट देना चाहिए और यह हमारे माता-पिता के किसी काम का नहीं है। हम अपने घर के मालिकों से माफी मांगते हैं।