उज्जैन: मध्यप्रदेश के उज्जैन में एक दंपत्ति सहित पांच लोगों ने एक युवती को 16 महीने तक बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं इन लोगों ने उसे बच्चा पैदा करने पर भी मजबूर किया। 21 वर्षीय युवती नागपुर की रहने वाली है। पुलिस ने उज्जैन जिला निवासी एक दंपति सहित पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
काठ बड़ौदा गांव के पूर्व उपसरपंच राजपाल सिंह, उसकी पत्नी चंद्रकांता, उसके रिश्तेदार वीरेंद्र, कृष्णपाल और दलाल के रूप में काम करने वाले अर्जुन नामक शख्स के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वहीं मुख्य आरोपी राजपाल को गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारी के मुताबिक घटना का खुलासा उस वक्त हुआ जब राजपाल ने 6 नवंबर को पीड़ित महिला को उज्जैन के देवास गेट बस अड्डे पर बेहोशी की हालत में छोड़ दिया।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि पूर्व उपसरपंच राजपाल ने एक महिला की मदद से 16 महीने पहले पीड़िता को खरीदा था और उसे उज्जैन लाया था। अपने दोनों बच्चों की मौत होने और पत्नी की नसबंदी होने के कारण राजपाल और उसकी पत्नी ने पीड़िता से बच्चा पैदा कराने के लिए यह साजिश रची थी। उन्होंने दर्ज मामले के आधार पर बताया कि इसके लिए दंपति ने पीड़िता को बंदी बना लिया और उससे बच्चा पैदा करने के लिए उसके साथ राजपाल ने बलात्कार किया।
पीड़िता ने 25 अक्टूबर को एक बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद दंपति ने 6 नवंबर को महिला को बस अड्डे पर छोड़ दिया। अधिकारी ने कहा कि राजपाल ने पीड़िता की किस तरह खरीद-फरोख्त की, इसकी जांच के लिए पुलिस का एक दल नागपुर भेजा जाएगा। मामले में बाकी चार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।