मंदसौर: मंदसौर के नाहरगढ़ से चौका देने वाला मामला सामने आया है जहाँ सगे पोते ने ही अपनी दादी को मौत के घाट उतारा है। आरोपी पोते ने दादी के सिर पर सरिए से तब तक वार किए जब तक उसकी दादी की मौत नही हो गई। इस घटना को अंजाम पोते ने रुपयों के लालच के कारण दिया है।
पुलिस ने मामले में खुलासा करते हुए बताया है कि नाहरगढ़ पुलिस को सूचना मिली थी कि नारायणी माता मंदिर के पीछे सुखी खाई में एक महिला का क्षत विक्षत शव पड़ा है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की तो मालूम हुआ कि शव 75 वर्षीय ग्राम पिपलिया की रहने वाली गुमशुदा चुन्नीबाई बागरी का है, जो कि अपने घर से 15 से 20 दिन पहले बिना बताए कही चले गयी थी। मृतकों की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके 20 साल के पोते विक्रम बागरी ने दर्ज करवाई थी।
पुलिस ने जब जांच की तो प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार पोते विक्रम को ही हरियाली अमावस्या के दिन उसकी दादी को मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले जाते हुए देखा गया था। पुलिस ने जब पोते को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया। उसने बताया कि जमीन बेचने के बाद मिले हुए पैसे उसकी दादी पोते को नही दे रही थी इसलिए उसने दादी की नारायणी माता मन्दिर के पास उसकी सरियों से हत्या की और उसके शव को खाई में फेंक दिया था और दादी के पैरों में से चांदी की कड़ियाँ आरी से काटकर और चाबी भी ले ली थी। चाबी से दादी की अलमारी खोल कर 45 हज़ार रुपये भी निकाल लिए थे।पुलिस ने आरोपी के पास से यह सभी सामान भी जब्त कर लिया है।