47 लाख के इनामी नक्सली पहाड़ सिंह को लेकर जीपी सिंह से पूछताछ, तीन साल पहले उन्ही के सामने किया था सरेंडर

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नई दिल्ली: आय से अधिक संपत्ति के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो की कार्रवाई झेल रहे एडीजी जीपी सिंह से पूछताछ लगातार जा रही है। इसी बीच एक चौकाने वाली खबर आई है कि उनसे 47 लाख के इनामी नक्सली पहाड़ सिंह को लेकर पूछताछ होगी। दरअसल, जांच दल को सिंह के बंगले से कुछ ऐसे कागज मिले हैं, जिनमें पहाड़ सिंह के सरेंडर संबंधी बातें लिखी हुई हैं।

बताया जा रहा है कि पहाड़ सिंह के पास नक्सलियों के करोड़ों रूपये थे, जिन्हें वह नोटबंदी के दौरान व्यापारियों से बदलने के लिए लाया था। कभी महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मोस्ट वांटेंड रहे इस नक्सली लीडर ने 3 साल पहले अगस्त 2018 में जीपी सिंह के सामने ही सरेंडर किया था। उस समय जीपी सिंह दुर्ग IG थे।

जीपी सिंह के नेतृत्व वाली पुलिस टीम ने 23 अगस्त 2018 को एक प्रेस कान्फ्रेंस की थी। तत्कालीन दुर्ग IG सिंह ने इसमें पहाड़ को मीडिया के सामने पेश किया और उसके सरेंडर की बात कही थी। जबकि सभी को मालूम था, कि पहाड़ सिंह ने 12 अगस्त से पहले ही सरेंडर कर दिया था और उससे पुलिस पूछताछ कर रही है। उस पर महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पुलिस ने 47 लाख का इनाम रखा था।

जीपी सिंह के बंगले से छापे के दौरान पहाड़ सिंह के पुलिस के गिरफ्त में आने की इस पूरी कार्रवाई से जुड़े कुछ कागज ACB की टीम को मिले हैं। इसमें पैसों का कुछ हिसाब भी लिखा हुआ है। पहाड़ सिंह ना सिर्फ नक्सलियों की भर्ती अभियान का प्रमुख था बल्कि उनके पैसों का हिसाब भी रखता था। जब उसने सरेंडर दिया, तब नोटबंदी हो गई थी और नक्सली इससे परेशान होने लगे थे।

ऐसे में नक्सलियों ने अपने पुराने नोट बदलने के लिए पहाड़ सिंह के जरिए बाहर भेजे थे। चर्चा थी कि पहाड़ ने 6 करोड़ रूपये कवर्धा, राजनांदगांव और दुर्ग के कुछ बड़े कारोबारियों को बदलने के लिए पुराने नोट दिए थे। एक खुफिया जगह पर पुलिस ने पहाड़ और इसके परिवार को हिरासत में ले रखा था।

उस समय पुलिस ये पता लगाने में जुटी रही कि आखिर 6 करोड़ किन-किन कारोबारियों को दिए गए, लेकिन पुलिस ने अक्भी इस बात की पुष्टि नहीं की। आरोप ये भी लगे कि पहाड़ सिंह ने पुलिस को उन सभी कारोबारियों के बारे में बता दिया है, जिन्हें उसने रूपये दिए थे लेकिन ये मामला कभी सामने नहीं आया।

आरोप यह भी लगे कि पुलिस को पहाड़ सिंह ने उन सभी कारोबारियों के नाम बता दिए थे, जिन्हें रुपए दिए गए थे। पर यह मामला कभी सामने नहीं आया। अब यदि तत्कालीन IG जीपी सिंह से इस सरेंडर मामले में पूछताछ होगी तो जरूर कुछ नए और चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं।

 

 

 

 

 

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