रायपुर: आय से अधिक संपत्ति के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो की रडार पर आए छत्तीसगढ़ के सीनियर IPS और ADG रैंक के अफसर जीपी सिंह को निलंबित कर दिया गया है। सोमवार रात राज्य सरकार की ओर से उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी हुए आदेश में लिखा गया है कि जीपी सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार की गतिविधियों में संलिप्तता दिखाई दे रही है। यह भी लिखा गया है कि ऐसा काम की एक सरकार अफसर से उम्मीद नहीं की जा सकती इसलिए ये कार्रवाई की जा रही है।
इस समय जीपी सिंह पुलिस ट्रेनिंग अकादमी के चीफ थे। इससे पहले ACB के प्रमुख रहने के दौरान उनके खिलाफ ब्लैक मेलिंग, अवैध वसूली, मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत पर कार्रवाई की गई थी। 1 जुलाई से 3 जुलाई तक उनके 15 रायपुर, राजनांदगांव, ओडिशा के 15 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई थी।
इस कार्रवाई में खुद ACB की मौजूद जांच टीम ने दावा किया है कि दर्जनों प्लॉट, सोना, कैश, गाड़ियां मिलाकर कुल 10 करोड़ की संपत्तियों का खुलासा हुआ है। जीपी सिंह की पत्नी के नाम 6 फ्लैट होने की जानकारी मी है, जो पंजाब के परियाला में पॉश इलाकों में है। इनकी भी कीमत कारोड़ों में बताई जा रही है।
ACB लगातार जीपी सिंह के खिलाफ अपनी जांच जारी रखे हुए है। दूसरी तरफ पहले ही ACB की टीम को ओडिशा के बड़बील में जीपी सिंह के कुछ खदानों में इंवेस्टमेंट के सबूत मिल चुके हैं। ये इंवेस्टमेंट जीपी सिंह के कुछ करीबी कारोबारियों के जरिए हुए थे। लगभग 20 से अधिक लोगों से इस छापे के दौरान और बाद में भी पूछताछ जारी है।