नहर में मीले व्यक्ति के शव के मामले का 52 दिन बाद हुआ खुलासा, पत्नी ने ही अपने प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर की थी शराबी पति की हत्या।
ग्वालियर के भितरवार में कुछ दिन पूर्व मिले मृतक परीक्षित रावत के शव के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है।मृतक की मौत नहर में डूबने से नहीं हुई थी, बल्कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी।हैरान करने वाली बात यह है उसकी हत्या करने में उसकी पत्नी बसंती का ही हाथ है।मृतक की पत्नी ने अपने से छह साल छोटे प्रेमी के साथ मिलकर पति की गला दबाकर हत्या की थी।फिर शव के साथ ही रही। और फिर प्रेमी ने दोस्त की मदद से शव को नहर में फेंक दिया था।
दरअसल शव 19 दिन पहले ग्वालियर के हरसी की पुरानी नहर में तैरता हुआ एक शव मिला था।मृतक की पीएम रिपोर्ट में भी हत्या के स्पष्ट साक्ष्य नही मिले थे, क्योंकि शव पानी मे होने के कारण बुरी तरह खराब हो गया था।लेकिन मृतक के घरवाले हत्या की आशंका जता रहे थे।पुलिस द्वारा छानबीन करने पर पता चला कि मृतक की पत्नी पुलिस को बताये गए नंबर के अलावा पांच और सिम चला रही है। उनमें से एक नंबर से पत्नी केवल गांव के ही एक युवक मनीष से बात करती थी।पुलिस ने जब संदेह के आधार पर दोनों से पूछताछ की तो हत्या का पर्दाफाश हो गया।प्रेमी मनीष रावत ने कुबूल किया कि मृतक की पत्नी बसंती से उसके एक साल से संबंध हैं। बसंती ने उसे अपने घर यह कहकर बुलाया था कि इस साल वह शराबी पति के लिए करवाचौथ का व्रत नहीं रखना चाहती है।क्योंकि मृतक शराब का आदि था और बात बात में बसंती को जानवरों की तरह पिटता था।
एसपी अमित सांघी ने बताया कि मृतक के शराब का आदि होने के कारण पुलिस को लग रहा था कि शराब के नशे में वह नहर में गिर गया होगा लेकिन मृतक के घरवाले बार बार हत्या की आशंका जता रहे थे।वही घरवालो ने मृतक की पत्नी के चाल चलन के बारे में भी कुछ जानकारियां दी थी।जिसके आधार पर शक गहराया।पत्नी के सिम कार्ड्स की जानकारी निकालने पर उसका अवैध सम्बन्ध सामने आया ।जब बसंती और उसके प्रेमी से पूछताछ की तो सारा मसला सामने आगया।दोनो ने ह्त्या की बात कबूल ली है।वही पत्नी ने कहा है कि उंसको हत्या करने का कोई मलाल नही है वह शराबी पति और उसकी मारपीट से तंग आगयी थी।