छतरपुर: छतरपुर के मशहूर मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. नीरज पाठक हत्याकांड के आरोप में पुलिस ने उनकी पत्नी ममता पाठक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में ममता ने बताया कि, उसने डॉ नीरज को पहले खाने में जहर दिया फिर उन्हें करंट लगाया।
डॉ. नीरज पाठक और उनकी प्रोफेसर पत्नी ममता पाठक के बीच पिछले 11 सालों से विवाद चल रहा था, जिसके चलते दोनों अलग-अलग रहते थे। सितंबर 2020 में दोनों के बीच सुलह हो गई और ममता पाठक अपने बेटे के साथ डॉ नीरज के ग्घर रहने आ गई।
दरअसल, ममता पाठक को डॉ नीरज के चत्रित्र पर शाल था, जिसके चलते दोनों के बीच विवाद चलता रहता था। दोनों ने तीन बार एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। डॉ नीरज की मौत के बाद से ही पुलिस को उनकी पत्नी पर शक था। शक के आधार पर पुलिस 7 मई को ममता पाठक को हिरासत में लिया और पूछताछ के बाद 8 मई को गिरफ्तार कर लिया।
एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस पूछताछ में ममता ने बताया कि उसने एक वीडियो देखा था, जिसमें बताया गया था कि अगर जहर देने के बाद शव दो दिन तक पड़ा रहे तो पोस्टमार्टम में जहर देने की बात पता नहीं चलती है। इसी के तहत ममता ने प्लान बनाया और डॉ. पाठक को खाने में जहर दे दिया
इतना ही नहीं डॉ. पाठक की मौत हुई है या नहीं ममता ने यह चेक भी किया। इसकी पुष्टि करने के लिए ममता ने डॉ. पाठक को करंट भी लगाया। डॉ. पाठक की मौत होने के बाद ममता अपने बेटे को लेकर झांसी चली गई और रास्ते में बेतवा नदी में बिजली के एक्सटेंशन बोर्ड को फेंक दिया।
मौत से कुछ दिन पहले डॉ पाठक का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था. जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी ने उन्हें बंधक बनाकर रखा है और उन्हें खाना-पीना नहीं दे रही है। दरअसल डॉ. पाठक अपने एक रिश्तेदार से फोन पर बात कर रहे थे। उसी बातचीत का यह ऑडियो बताया जा रहा है। इस ऑडियो में डॉ. पाठक ने रोते हुए उन्हें बचाने की गुहार भी लगाई थी। बता दें कि डॉ. पाठक का शव 1 मई को उनके घर में मिला था।